(रायपुर) छत्तीसगढ़ मे रेड-डॉट के साथ मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के वकालत मे व्यापक अभियान सम्पन्न

  • 29-May-24 08:17 AM

0-मासिक धर्म स्वच्छता वकालत अभियान में छत्तीसगढ़ के 5 लाख से ज्यादा परिवारों को एकजुट किया गया
रायपुर, 29 मई (आरएनएस)। मासिक धर्म स्वच्छता की वकालत करते हुए पीरियड-फ्रेंडली समाज बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढाते हुए, छत्तीसगढ़ के नीति निर्माता, सरकारी अधिकारियों, युवा, नागरिक समाज और स्वयंसेवकों की मजबूत भागीदारी के साथ मासिक धर्म स्वच्छता दिवस का आयोजन किया गया।


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इस महती आयोजन का मुख्य उद्शेय वर्जनाओं को तोडऩे, कलंक को समाप्त करने और मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन में पुरुषों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के जरुरतों के रेखांकित किया।
इस कार्यक्रम के तहत यूनिसेफ मासिक धर्म के बारे में समाज के हर वर्ग मे जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक महीने के विशेष अभियान की पहल की है । यह अभियान मिथकों को तोडऩे, वर्जनाओं को समाप्त करने और मासिक धर्म स्वच्छता प्रथाओं में पुरुषों की भागीदारी को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। रेड-डॉट चैलेंज  यूनिसेफ का इस दिशा मे एक अभिनव प्रयास है, जिसमें पूरे छत्तीसगढ़ में 3 लाख युवाओं और 100 से अधिक सीएसओ को शामिल किया गया।


इस उद्शेय को आगे बढाने के लिये प्रतिभागियों ने अपने हाथों पर लाल बिंदु बनाकर,  ताका समाज मे इस अभिनव पहल के लिये प्रतिबद्धता सुनिशचित कि जा सके।
जॉब जकारिया छत्तीसगढ़ प्रमुख ने अपने उद्बोधन मे कहा कि घर,समाज और समुदाय के भीतर स्वच्छ व्यवहार को प्रतिस्थापित करने में पुरुषों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, मासिक धर्म स्वच्छता न केवल स्वास्थ्य से जुड़ी है बल्कि समुदाय के भीतर शिक्षा, पोषण और लैंगिक मुद्दों को भी कम करने मे विशेष पहल करती है।
इस अभियान को राज्य के विभिन्न हिस्सों से जिला कलेक्टर, एसपी और जन प्रतिनिधियों का व्यापक समर्थन मिला है। युवा संगठन, एनएसएस, एनवाईकेएस और भारत स्काउट्स एंड गाइड्स ने इस अभियान का प्रभावी ढंग से आगे बढाते हुए राज्य भर में 5 लाख से अधिक परिवारों तक इस संदेश को पहुंचाने मे सफलता पाई।


साथ हि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, स्वच्छ भारत मिशन और महिला एवं बाल विकास विभाग ने छत्तीसगढ़ की महिला चेंजमेकर्स से जुडऩे के लिए इस अभियान का पूर्ण समर्थन किया।
राज्य में एनीमिया के उच्च प्रसार को देखते हुए, मासिक धर्म के संबंध में सामाजिक और व्यवहारिक परिवर्तन लाने के लिए व्यापक सामुदायिक भागीदारी की तत्काल आवश्यकता है। इस साथर्क और महत्वपूर्ण प्रयास में, बस्तर के कलाकार रचनात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से समुदाय को शामिल करने और शिक्षित करने के लिए प्त्रक्रञ्ज4ष्टद्धड्डठ्ठद्दद्ग नामक एक गहन सात दिवसीय अभियान चलाएंगे।
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