(रायपुर) तंबाकू नियंत्रण कानून को सख्त बनाने कॉलेज छात्रों ने किया अपील
- 01-Oct-23 07:10 AM
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रायपुर,01 अक्टूबर (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ राज्य में 39.1 प्रतिशत आबादी तंबाकू पदार्थों का उपयोग करती है। राज्य में तंबाकू उत्पादों विशेषकर चबाने वाले तंबाकू के उपयोगकर्ताओं की संख्या सर्वाधिक है।
इनमें युवा भी शामिल हैं। नवीनतम जीवाईटीएस 2019 सर्वे के मुताबिक तंबाकू उपयोग की प्रारंभिक आयु 07 वर्ष दर्शायी गई है जो अपने आप में चिंतनीय है। इसे देखते हुए शुक्रवार को विश्व हृदय दिवस के अवसर पर वॉलंटरी हेल्थ एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (ङ्क॥्रढ्ढ) तथा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय सेवा योजना गुरुकुल महिला महाविद्यालय द्वारा महाविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया।
समय रहते हुए युवा पीढ़ी को तंबाकू या तंबाकू उत्पादों की चपेट में आने से बचाने के उद्देश्य से आयोजित कार्यक्रम में गुरूकुल महाविद्यालय की छात्राओं को चिकित्सा विशेषज्ञों ने एक ओर जहां तंबाकू उपयोग के हानिकारक प्रभावों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। वहीं छात्राओं को इससे दूर रहने और स्वस्थ्य जीवनशैली अपनाने के प्रति जागरूक भी किया गया।
तंबाकू से दूरी स्वास्थ्य हृदय के लिए जरूरीकार्यक्रम में उपस्थित लगभग 250 छात्राओं ने तंबाकू मुक्त संस्थान और छत्तीसगढ़ बनाने का संकल्प लिया। साथ ही तंबाकू नियंत्रण कानून को सख्त बनाने और लोगों से तंबाकू का सेवन नहीं करने की अपील भी की । कार्यक्रम में गुरूकुल महिला महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) ईकाई का सक्रिय योगदान रहा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईएमए रायपुर के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा आज का युवा ही कल का भविष्य है। इसलिए तंबाकू नियंत्रण में युवाओं की भूमिका बहुत अहम है । तंबाकू का सेवन किसी भी रूप में करने वाले व्यक्ति को कई तरह की बीमारियां होने का खतरा सर्वाधिक रहता है। इसमें कैंसर के साथ ही दिल से संबंधित बीमारियां भी हैं । एक्टिव एवं पैसिव दोनों स्मोकिंग को रोकना चाहिए। पैसिव स्मोकिंग किसी और के स्मोकिंग करने से होती है और यह 30त्न हमारे शरीर को नुकसान पहुंचती है। इसलिए उन्होंने युवाओं से तंबाकू उत्पादों के सेवन से खुद को, अपने परिवार और समाज को बचाने की अपील की ताकि समाज को नई दिशा मिल सके।
त्रिपाठी
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