(रायपुर) बंजारी वाले बाबा का 44वां उर्स पाक 15 अक्टूबर से, तैयारियां जोरों पर

  • 07-Oct-25 01:53 AM

रायपुर, 07 अक्टूबर (आरएनएस)। सरकारे छत्तीसगढ़ हजऱत सैय्यद शेर अली आगा र.अ. (बंजारी वाले बाबा) का 44वां सालाना उर्स 15 अक्टूबर से शुरू होने जा रहा है। सज्जादा नशीन मो. ईशराक रिज़वी अशरफी ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी हजऱत बाबा सैय्यद शेर अली आगा का 7 दिवसीय 44वां सालाना उर्स पाक आगामी 15 अक्टूबर से 21 अक्टूबर 2025 तक बड़े ही अकीदत और शान-ओ-शौकत के साथ मनाया जाएगा। ट्रस्ट से जुड़े सभी मेंबर तमाम उर्स की तैयारियां तेजी से कर रहे हैं। मो. ईशराक रिज़वी अशरफी ने जानकारी दी कि सालाना उर्स का आगाज़ 15 अक्टूबर को नमाज-ए-असर के बाद होगा। शाही संदल और चादर शरीफ का जुलूस सज्जादा नशीन हजऱत मो. नईम रिज़वी अशरफी बांसटाल रायपुर से निकालेंगे, जो आस्ताने आलिया पहुंचेगा, जहां परचमकुशाई व चादरपोशी की रस्म अदा की जाएगी और महफिल-ए-सीमा आली जनाब इंटरनेशनल कव्वाल सदाक़त शबरी राजस्थान रोड शो में अपना कलाम पेश करेंगे। 16 अक्टूबर : ऑल इंडिया नातिया मुशायरा रात 9 बजे। 17 अक्टूबर : रात 9 बजे से तकरीर – ख़तीब-ए-ख़ुसूसी हजरत अल्लामा मौलाना मो. सैय्यद अमीनुल कादरी साहब किब्ला, अमीर सुन्नी दावत-ए-इस्लामी मुंबई महाराष्ट्र व हजरत मौलाना मो. इसरार अशरफी रिज़वी जामई साहब किब्ला रायपुर। 18 अक्टूबर : रात 9 बजे शहंशाह-ए-खिताबत हजरत सैय्यद मो. महमूद अशरफ साहब किब्ला अशरफी उल जिलानी सज्जादा नशीन किछौछा शरीफ (यूपी), हजऱत सैय्यद आलमगीर मियां साहब किछौछा शरीफ (यूपी) ख़िताब करेंगे। 19 अक्टूबर : छब्बीसवीं शरीफ, बड़ा कुल शरीफ सुबह 7 बजकर 35 मिनट में फातिहा कुल शरीफ अदा की जाएगी, बाद में तक़सीम-ए-तबर्रुक किया जाएगा। 19 अक्टूबर : बाद नमाज-ए-मगरिब हजऱत सैय्यद शेर अली आगा र.अ. के तबर्रुकात की जिय़ारत कराई जाएगी। 20 अक्टूबर : रात 9 बजे संजरी नातिया ग्रुप रायपुर अपना कलाम पेश करेगा। 21 अक्टूबर : बाद नमाज-ए-मगरिब छोटा कुल शरीफ की फातिहाख़ानी व रात 9 बजे मशहूर कव्वाल रईस अनीस साबरी अपना कलाम पेश करेंगे। शमा महफिल पूरे उर्स के दौरान 7 दिन सुबह व शाम जायरीनों के लिए आम लंगर का इंतजाम होगा। देश के विभिन्न स्थानों से आए जायरीनों के लिए माक़ूल लाइट, पानी व भोजन की व्यवस्था हर साल की तरह दरगाह ट्रस्ट की ओर से उपलब्ध होगी, जिसमें प्रशासन का भी सहयोग रहेगा। हर धर्म के लोग पहुंचते हैं बाबा के दरबार हजऱत सैय्यद शेर अली आगा र.अ. बंजारी वाले बाबा का उर्स हर धर्म-संप्रदाय के लोग बड़ी आस्था और शान-ओ-शौकत के साथ पूरे 7 दिन तक मेले के रूप में मानते हैं और अपनी-अपनी मन्नतें व फ़रियाद लेकर पहुंचते हैं, जिसकी वजह से लाखों की भीड़ हर साल मेले में होती है।
त्रिपाठी




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