(रायपुर) राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली की बड़ी खामी उजागर ० 3.27 लाख राशनकार्डधारी लापता, सत्यापन अभियान शुरू
- 08-Jul-25 06:11 AM
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रायपुर, 08 जुलाई (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। राज्यभर में करीब 3 लाख 27 हजार 945 राशन कार्डधारियों का कोई अता-पता नहीं है। ये वे लाभार्थी हैं जिन्होंने पिछले कई महीनों से सरकारी राशन नहीं उठाया है। इस स्थिति को गंभीर मानते हुए खाद्य विभाग ने अब राज्य स्तरीय सत्यापन अभियान शुरू किया है और कार्डधारियों से स्थानीय पीडीएस दुकानों पर जाकर तत्काल सत्यापन कराने की अपील की है।
बिलासपुर जिले में 21 हजार से ज्यादा कार्डधारी गायब
बिलासपुर जिले की स्थिति भी चिंताजनक है। यहां 21,992 राशन कार्डधारी ऐसे हैं जिन्होंने 6 महीने से लेकर 18 महीने के बीच एक बार भी राशन नहीं लिया। खाद्य विभाग ने इन्हें अंतिम चेतावनी देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि यदि समय रहते सत्यापन नहीं कराया गया, तो राशन कार्ड रद्द कर दिए जाएंगे।
क्या हैं कारण?
खाद्य विभाग के अधिकारियों का मानना है कि निष्क्रियता के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
डुप्लीकेट या अमान्य आधार कार्ड, परिवार के बुजुर्ग सदस्यों का निधन, 18 वर्ष से ऊपर का कोई सदस्य न होना, आधार विवरण अपडेट न होना।
राशन दुकानों को मिली सूची
खाद्य विभाग ने सभी संबंधित पीडीएस दुकानदारों को ऐसे कार्डधारियों की सूची सौंप दी है और निर्देश दिया है कि वे व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर सत्यापन की प्रक्रिया पूरी कराएं। यह कदम राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता और वास्तविक लाभार्थियों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
खाद्यान्न वितरण पर प्रभाव नहीं, लेकिन पारदर्शिता पर सवाल
हालांकि विभाग ने स्पष्ट किया है कि इन निष्क्रिय कार्डधारियों द्वारा राशन न लेने से खाद्यान्न स्टॉक पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ा है, लेकिन लंबे समय तक ऐसे कार्डधारियों का सक्रिय रिकॉर्ड न होने से व्यवस्था की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
अगर तय समय सीमा के भीतर सत्यापन नहीं होता है, तो संबंधित कार्डधारियों को राशन सूची से स्थायी रूप से बाहर कर दिया जाएगा।
बंछोर
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