(रायपुर) रेल संरक्षा को मिलेगी मजबूती: बिलासपुर मंडल के 15 स्टेशनों पर लगेगी इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग
- 01-Oct-25 06:46 AM
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रायपुर, 01 अक्टूबर (आरएनएस)। भारतीय रेलवे ने संरक्षित रेल परिचालन को और बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है. रेलवे बोर्ड ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की एक महत्वपूर्ण परियोजना को हरी झंडी दे दी है, जिसके तहत बिलासपुर रेल मंडल के 15 शेष पैनल इंटरलॉकिंग स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली स्थापित की जाएगी.
इस आधुनिक प्रणाली को स्थापित करने में अनुमानित तौर पर 298.60 करोड़ रुपये की लागत आएगी. जिन 15 स्टेशनों को इस परियोजना में शामिल किया गया है, उनमें बिश्रामपुर, कमलपुरग्राम, अंबिकापुर, मौहारी, हरद, पाराडोल, कोतमा, बिजुरी, करंजी, मनेन्द्रगढ़, चिरमिरी, घुटकू, कलमीटार, लैंको और कुसमुंडा शामिल हैं. यह स्वीकृति इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली भारतीय रेल की स्वदेशी ट्रेन सुरक्षा प्रणाली 'कवचÓ के सफल क्रियान्वयन के लिए अत्यंत आवश्यक है. इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग न केवल ट्रेन परिचालन को अधिक सुरक्षित बनाएगी, बल्कि यह कवच प्रणाली के साथ सीधे एकीकृत होकर वास्तविक समय (रियल टाइम) में डेटा साझा करने में सक्षम होगी. रेलवे बोर्ड की इस स्वीकृति के बाद, इन 15 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग और कवच प्रणाली का संयुक्त संचालन रेलवे संरक्षा मानकों को और मजबूत करेगा, जिससे यात्रियों को सुरक्षित एवं निर्बाध रेल यात्रा सुनिश्चित हो सकेगी.
इस परियोजना से होने वाले प्रमुख लाभ:
ट्रेन संचालन की संरक्षा और दक्षता में वृद्धि.
कवच प्रणाली के साथ सरल और सहज एकीकरण.
तेज ट्रेन नियंत्रण और आपातकालीन स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया.
समग्र रेलवे नेटवर्क की विश्वसनीयता और कार्यकुशलता में वृद्धि.
बंछोर
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