(रायपुर) वोट चोरी रोकने के लिए कांग्रेस छत्तीसगढ़ के कांकेर सहित का 5 चुनिंदा लोकसभा सीटों पर पायलट कार्यक्रम

  • 21-Sep-25 07:45 AM

0 कांग्रेस ने 'वोट रक्षकÓ नामक एक पायलट परियोजना शुरू की
रायपुर, 21 सितबंर (आरएनएस)। कांग्रेस ने पांच चुनिंदा लोकसभा सीटों पर 'वोट रक्षकÓ नामक एक पायलट परियोजना शुरू की है। जहां पार्टी के उम्मीदवार 2024 के चुनावों में मामूली अंतर से हार गए थे या संदेह है। छत्तीसगढ़ के कांकेर लोकसभा सीट इसमें शामिल है। यहां पर कांग्रेस के बीरेश ठाकुर 1884 वोट से हार गए थे।
पायलट कार्यक्रम उस राष्ट्रव्यापी अभियान का हिस्सा है जिसे कांग्रेस ने भाजपा द्वारा कथित तौर पर वोट चोरी या मतदाता सूची में हेराफेरी के खिलाफ  लडऩे के लिए शुरू किया है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे को उठाया था।
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, 'वोट रक्षकÓ न केवल 2024 के राष्ट्रीय चुनावों का विश्लेषण करेंगे, बल्कि बूथ स्तर पर यह भी सुनिश्चित करेंगे कि असली मतदाताओं के नाम न तो फर्जी तौर पर जोड़े जाएँ और न ही काटे जाएँ। सूत्रों ने बताया कि बाद में इस कार्यक्रम का विस्तार अन्य सीटों पर भी किया जाएगा।
इन लोकसभा सीटों पर नजर
चयनित लोकसभा सीटें राजस्थान में जयपुर ग्रामीण और अलवर, छत्तीसगढ़ में कांकेर, मध्य प्रदेश में मुरैना और उत्तर प्रदेश में बांसगांव हैं। अलवर को छोड़कर, जहां भाजपा उम्मीदवार की जीत का अंतर 48000 वोटों से अधिक था और मुरैना में जहां अंतर 52000 वोटों का था, अन्य तीन सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार कुछ हजार वोटों से हार गए।
तैयार होगी विस्तृत रिपोर्ट
पायलट परियोजना को सुविधाजनक बनाने तथा उपलब्ध मतदाता सूचियों की हार्ड कॉपी के समय लेने वाले विश्लेषण के लिए सभी पांच संसदीय सीटों में से एक सैंपल विधानसभा क्षेत्र का चयन किया जाएगा, ताकि विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा सके। साथ ही 'वोट रक्षकोंÓ की निगरानी भी की जा सके।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अनुसार छत्तीसगढ़ में भाजपा ने 11 में से 10 लोकसभा सीटें जीती, जबकि कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली। कांकेर संसदीय सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार बीरेश ठाकुर भाजपा के भोजराज नाग से सिर्फ 1884 वोटों से हार गए। छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने बताया, 'हमें कई सीटों से वोट चोरी की खबरें मिली हैं, लेकिन कांकेर की निश्चित रूप से विस्तार से जांच की जाएगी। चुनाव के दौरान वहां से कई शिकायतें मिली थी।
एसएस




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment