(रायपुर) शाला त्यागी पहाड़ी कोरवा 6 बच्चों का कलेक्टर ने कराया शाला प्रवेश

  • 24-Sep-25 03:50 AM

० - विभाग द्वारा चिन्हांकित विशेष अभियान के तहत विशेष पिछड़ी जनजाति के बच्चों को मिलेगी शिक्षा
रायपुर, 24 सितम्बर (आरएनएस)। शाला छोड़ चुके बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोडऩे के लिए सरकारें और विभिन्न संगठन विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रहे हैं, जिनमें बच्चों को उनकी उम्र और स्तर के अनुसार फिर से दाखिला दिलाने से पहले विशेष मॉड्यूल पर प्रशिक्षित किया जाता है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य बच्चों को फिर से स्कूल से जोडऩा है, ताकि वे अपनी शिक्षा पूरी कर सकें और भविष्य में समाज में योगदान दे सकें। इसी कड़ी में सरगुजा विकासखण्ड लुण्ड्रा के छेरमुंडा संकुल के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा के 6 शालात्यागी बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिलाया गया। अध्ययन सामग्री पाकर खिले चेहरे अध्ययन सामग्री पाकर बच्चों के चेहरे पर मुस्कान आ गई, बच्चों ने कहा कि अब हम स्कूल जाना नहीं छोड़ेंगे। कलेक्टर ने इस दौरान उपस्थित बच्चों के माता-पिता को शिक्षा की महत्ता को बताते हुए बच्चों को नियमित स्कूल भेजने प्रेरित किया। उन्होंने बच्चों को मन लगाकर पढऩे कहा एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को लगातार इसकी मॉनिटरिंग के निर्देश दिए तथा शाला त्यागी बच्चों के पालकों को शाला भेजने प्रेरित और प्रोत्साहित करने निर्देशित किया। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ, अपर कलेक्टर, नगर निगम कमिश्नर सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। इनका हुआ फिर से शाला प्रवेश विभिन्न परिस्थितियों के कारण शाला छोड़ चुके बच्चों को पुन: शिक्षा की मुख्यधारा से जोडऩे  जिला प्रशासन की पहल अब रंग ला रही है। कलेक्टर के निर्देशानुसार शिक्षा विभाग द्वारा विकासखण्ड स्तरीय समिति का गठन किया गया। जिले में विशेष अभियान चलाकर शाला त्यागी बच्चों का चिन्हांकन किया जा रहा है। विकासखण्ड लुण्ड्रा के छेरमुंडा संकुल के विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा बच्चों को प्राथमिक शाला गोती डुमर की कक्षा तीसरी में कुमारी बुटु एवं कक्षा दूसरी में दिनेश को प्रवेश दिलाया गया। वहीं माध्यमिक शाला आसनडीह में कक्षा छठवीं में लबिता, मुनेश्वर एवं अनूकसाय, कक्षा आठवीं में धनेश्वरी को प्रवेश दिलाया गया। त्रिपाठी




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