(रायपुर) सीजीएमएससी ने की 7 दवाएं ब्लैक लिस्टेड, 4 फ र्मों को किया तीन साल के लिए प्रतिबंधित

  • 19-Oct-25 06:57 AM

0 7 दवाओं में 4 प्रकार की टैबलेट, दो इंजेक्शन व एक शैंपो
रायपुर,19 अक्टूबर (आरएनएस)। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन सीजीएमएससी ने 2023 में 7 प्रकार की दवाएं ब्लैक लिस्टेड कीं। 7 प्रकार की दवाओं में 4 प्रकार की टैबलेट, दो इंजेक्शन व एक शैंपो है। 2025 में 4 फर्मों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। इनमें रीएजेंट की सप्लाई करने वाली मोक्षित कॉर्पोरेशन व इससे जुड़ी फर्म शामिल हैं। सीजीएमएससी ने फ रवरी में 7 बड़ी कार्रवाई की थी। इसमें रीएजेंट सप्लाई करने वाले दुर्ग के मोक्षित कॉर्पोरेशन व उससे जुड़े दो अन्य फर्म और डीकेएस अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट आधा-अधूरा बनाने वाले फर्म शामिल है। चारों को 3-3 साल के लिए ब्लैक लिस्टेड किया गया है।
वहीं, खून पतला करने वाले इंजेक्शन हिपेरिन बनाने वाली वड़ोदरा की फार्मास्युटिकल कंपनी के अलावा इंजेक्शन को ओके रिपोर्ट देने वाली दो लैब के साथ रेट कांट्रेक्ट खत्म किया गया है। 660 करोड़ के रीएजेंट व मेडिकल उपकरण घोटाले में दवा कॉर्पोरेशन के बड़े अधिकारियों की भी मिलीभगत होने की आशंका है, जिनके खिलाफ कार्रवाई होनी बाकी है।
तत्कालीन हैल्थ डायरेक्टर व सीजीएमएससी के एमडी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। विधानसभा में दी गई जानकारी के अनुसार, 28 करोड़ के रीएजेंट खराब हो चुके हैं। यही नहीं, मोक्षित द्वारा सप्लाई ब्लड जांचने वाली मशीन भी बंद है, क्योंकि इसे लॉक कर दिया गया है। ताकि मोक्षित से ही रीएजेंट लिया जा सके। मोक्षित कॉर्पोरेशन के खिलाफ शिकायत 2022 में हुई थी, लेकिन मामला दबा दिया गया था।
पोर्टल सिस्टम से रियल टाइम जानकारी
सीजीएमएससी के कामों में पारदर्शिता लाने के लिए डीपीडीएमआईएस यानी ड्रग प्रोक्योरमेंट एंड डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम पोर्टल को अब आम लोगों के लिए खोल दिया है। इस पोर्टल के माध्यम से प्रदेश के सभी स्वास्थ्य संस्थानों जैसे मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी में दवा, चिकित्सीय उपकरणों की आपूर्ति, वितरण, स्टॉक की स्थिति और यहां तक कि निर्माणाधीन अस्पताल भवनों की प्रगति को भी रियल-टाइम में देखा जा सकता है।
पोर्टल पर सभी निविदाएं, स्वीकृत आपूर्तिकर्ता और अनुबंध मूल्य सूची सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं। दवाओं की डिलीवरी, स्टॉक की वर्तमान स्थिति और लंबित मांग की जानकारी दिन-प्रतिदिन अपडेट होती है। दवा परिवहन में लगे वाहनों की लाइव लोकेशन और उनके रूट की जानकारी भी नागरिक देख सकते हैं। निर्माणाधीन मेडिकल संस्थानों की प्रगति, बजट और योजनागत विवरण अब जनता की नजऱों में रहेगी।
फ र्म ब्लैक लिस्टेड कब से कब तक कारण
सभी कंपनियों के प्रोडक्ट को 11 जुलाई 2023 से 11 जुलाई 2026 तक ब्लैक लिस्टेड किया गया है। इनमें मोक्षित कॉर्पोरेशन दुर्ग 4 फरवरी 25 से 3 फरवरी 28 तक भ्रष्टाचार व आपराधिक गतिविधियां
रेकॉर्ड एंड मेडिकेयर पंचकुला 5 फरवरी 25 से 4 फरवरी 28 तक भ्रष्टाचार व आपराधिक गतिविधियां
श्री शारदा इंडस्ट्रीज तर्रा 5 फरवरी 25 से 4 फरवरी 28 तक भ्रष्टाचार व आपराधिक गतिविधियां
मेडिग्लोब मेडिकल शंकरनगर 6 फरवरी 25 से 5 फरवरी 28 तक ऑक्सीजन प्लांट अधूरा व मेंटेनेंस नहीं करना
ये प्रोडक्ट ब्लैक लिस्टेड
हिपेरिन इंजेक्शन बनाने वाली वड़ोदरा की डिवाइन लेबोरेटरी
इंजेक्शन को ओके रिपोर्ट देने वाली इडमा लेबोरेटरीज लिमिटेड पंचकुला
लैब सेटिएट रिसर्च एंड अंटेक प्राइवेट लिमिटेड बरवाला पंचकूला
लिथियम कार्बोनेट 300 एमजी टेबलेट, जी लेबोरेटरी पोंटा साहेब हिमाचल प्रदेश।
एनालाप्रिल मैलेट 2.5 टेबलेट, डॉ. रेड्डी लेबोरेटरी हैदराबाद तेलंगाना।
मैग्नीशियम सल्फेट इंजेक्शन, भारत पैरेंटेरियल वडोदरा गुजरात।
क्लोरफेनिराइमाइन 10 एमजी इंजेक्शन अल्फा लेबोरेटरी इंदौर मप्र।
केटोकोनाजोल 2 फीसदी शैंपो, ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल अंधेरी मुंबई।
क्लोपिडोगरेल टेबलेट, रिवरा फार्मुलेशन हरिद्वार उत्तराखंड।
एसिटिल सैलिसिक एसिड 150 टेबलेट, यूनिक्योर इंडिया नोयडा यूपी के साथ रेट कांट्रेक्ट खत्म कर दिया गया है।
एसएस




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