(रायपुर) सच्चा मित्र वही, जो बिना बताए ही मदद कर दे

  • 03-Jan-24 12:00 AM

रायपुर, 03 जनवरी (आरएनएस)। इंद्रप्रस्थ फेस-2 रायपुरा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता प्रसंग सुनकर श्रोता भाव विभोर हुए. यहां भगवताचार्य पं. मनोज शुक्ला कथा के अनेक प्रसंगों सहित सुदामा चरित्र का वर्णन किया।उन्होंने कहा कि मित्रता करो, तो भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी. क्योंकि सच्चा मित्र वही है, जो अपने मित्र की परेशानी को समझे और बिना बताए ही मदद कर दे. परंतु अफसोस कि आजकल स्वार्थ की मित्रता रह गई है. सुदामा चरित्र की जीवंत झांकी देखकर पंडाल में उपस्थित श्रोता भाव-विभोर हो गए. कृष्ण सुदामा की मित्रता को भजन रूप में पं. अमन शुक्ला- अमित शुक्ला ग्रुप द्वारा अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो... की मधुर प्रस्तुति से झुमाया. महाराज ने कहा कि सुदामा संसार में सबसे अनोखे भक्त रहे हैं. वह जीवन में जितने गरीब नजर आए, उतने वे मन से धनवान थे. उन्होंने अपने सुख व दुखों को भगवान की इच्छा पर सौंप दिया था. श्रीकृष्ण और सुदामा का मिलन अद्भुत था. जब सुदामा भगवान श्रीकृष्ण से मिलने आए तो उन्होंने सुदामा के फटे कपड़े नहीं देखे, बल्कि मित्र की भावनाओं को देखा. मनुष्य को अपना कर्म नहीं भूलना चाहिए. अगर सच्चा मित्र बनना है तो श्रीकृष्ण और सुदामा की तरह निश्चल मन होना चाहिए।।त्रिपाठी




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