(रीवां)रीवा में पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीच धक्कामुक्की

  • 13-Aug-25 12:00 AM

रीवा 13 अगस्त (आरएनएस)। मातगुवां थाना क्षेत्र में मंगलवार को पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीच धक्कामुक्की हो गई। दरअसल, मध्यप्रदेश में महंगाई, भ्रष्टाचार, अव्यवस्था और महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए कांग्रेसी दोपहर 2 बजे पद्मकर पार्क में एकत्रित हुए थे। उन्होंने वहां न्याय सत्याग्रह किया। इसके बाद वे कमिश्नर से मिलने के लिए उनके कार्यालय पहुंचे थे। लेकिन मौजूद सीएसपी राजीव पाठक, कोतवाली थाना प्रभारी श्रृंगेश राजपूत और पुलिस बल ने उन्हें गेट पर ही रोक दिया।इस दौरान पुलिस और कांग्रेसियों के बीच बहस हुई और देखते ही देखते कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने सीएसपी राजीव पाठक को धक्का दे दिया। इस दौरान पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार भी मौजूद थे। धक्का देने के बाद कांग्रेसी कमिश्रर कार्यालय में घुस गए। इस घटनाक्रम का वीडियो भी सामने आया है।कांग्रेस नेताओं का कहना है कि वे अपनी मांगों के साथ कमिश्नर कार्यालय जाना चाहते थे। लेकिन सीएसपी राजीव पाठक, कोतवाली थाना प्रभारी श्रृंगेश राजपूत और अन्य पुलिसकर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से रोकने का प्रयास किया। दोनों के बीच संघर्ष हुआ और स्थिति हाथापाई तक पहुंच गई। कांग्रेस नेताओं ने इस कार्रवाई को भाजपा सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध बताते हुए इसे जनहित की लड़ाई कहा।जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष लखनलाल खण्डेलवाल ने कहा कि यह आंदोलन किसानों, मजदूरों, युवाओं, व्यापारियों और आम जनता के हित में है। उन्होंने भाजपा सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार बताया। उनका कहना था कि प्रदेश में भ्रष्टाचार और कानून-व्यवस्था की खराबी चरम पर है।नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने रीवा में नशीली सिरप की अवैध बिक्री और पुलिस की निष्क्रियता पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह तो डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल का गृह जिला है,जो साथ में स्वास्थ्य मंत्री भी हैं। यहां जिम्मेदारों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। जहां जाओ वहीं पर इसकी बोतल पड़ी नजर आ रही है। मेरे कांग्रेस के साथियों ने मुझे बताया है कि इसमें पुलिस के बड़े अधिकारियों की भी संलिप्तता है।सिंघार ने आगे कहा कि रीवा जिले के किसानों से मैंने संवाद किया तो उन्होंने मुझे अपनी पीड़ा बताई। उन्होंने कहा कि कई दिनों तक लाइन में लगने के बाद भी खाद नहीं मिल पाई। खाद नहीं मिल पाने की वजह से किसानों की खेती भी प्रभावित हो रही है। आखिरकार किसानों को लेकर सरकार की नीति क्या है?उन्होंने कहा कि रीवा में अमानक दवाइयां सप्लाई की जा रही हैं। जिनकी वजह से मरीजों की जान पर बन रही है। न केवल शासकीय अस्पतालों बल्कि मेडिकल स्टोर्स भी अमानक दवाओं की भरमार है। भला इन अमानक दवाओं की बिक्री को रोकना किसका काम है। सरकार इन दवाओं की बिक्री पर रोक कब लगाएगी।नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि देश भर में फर्जी वोटिंग के मुद्दे को लेकर विरोध चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा फर्जी वोटिंग के दम पर चुनाव में जीत हासिल कर अपनी सरकार बना रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए दावा किया कि प्रदेश में भाजपा के 160 से अधिक विधायक हैं, जो फर्जी वोटिंग के दम पर विधायक बने हैं। इसी वजह से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है।पीसीसी जीतू पटवारी ने कहा कि सरकार और पुलिस कांग्रेस नेताओं और कांग्रेस पदाधिकारियों पर फर्जी मुकदमे डालकर उनकी आवाज को दबाना चाहती है। लगातार पुलिस कांग्रेस कार्यकर्ताओं और विपक्षी नेताओं को धमकियां दे रही है। उधर फर्जी तरीके से वोट लेकर सत्ता की मलाई खाई जा रही है। जिसे जनता बर्दाश्त नहीं करने वाली है, वह असलियत को जान चुकी है।सीडब्ल्यूसी मेंबर कमलेश्वर पटेल ने कहा कि आज मध्यप्रदेश रेप के मामले में सबसे आगे निकल चुका है। जितने तेजी से रेप केस मध्यप्रदेश में बढ़े हैं, उतनी तेजी से कहीं और नहीं बढ़े। यह पुलिस और सरकार की सबसे बड़ी नाकामी का परिणाम है।




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