(लखनऊ)उत्तर प्रदेश में लखपति महिला योजना: कृषि सखियों का प्रशिक्षण

  • 08-Oct-24 12:00 AM

लखनऊ 8 अक्टूबर (आरएनएस )। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री के नेतृत्व में लखपति महिला योजना के अंतर्गत राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा कृषि सखियों को प्राकृतिक और जैविक खेती के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य कृषि प्रथाओं को प्राकृतिक एवं जैविक खेती की ओर उन्मुख करना है।दीनदयाल अन्त्योदय योजना (डे-एनआरएचएम) के तहत वर्तमान में 269 प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से 7,634 कृषि सखियों का प्रशिक्षण और सत्यापन कार्य पूर्ण किया गया है। ये सखियां विभिन्न विभागों के साथ समन्वय कर प्राकृतिक, जैविक और कृषि पारिस्थितिक खेती को बढ़ावा देंगी।शासन ने संबंधित विभागों को निर्देशित किया है कि वे कृषि सखियों के माध्यम से अपनी विभिन्न गतिविधियों को प्रभावी रूप से लागू कर सकते हैं। आदेशों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में डे-एनआरएलएम की कृषि सखियों को कृषि, उद्यान, रेशम, और भूगर्भ जल विभागों में प्राथमिकता के आधार पर कार्यक्रम विस्तार, प्रचार-प्रसार, लाभार्थी जोडऩे, और प्रशिक्षण कार्यों के लिए नियुक्त किया जाएगा। संबंधित विभाग उनके द्वारा निर्धारित मानदेय नियमानुसार कृषि सखियों को प्रदान करेंगे।उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (यू0पी0एस0आर0एल0एम0) द्वारा गठित स्वयं सहायता समूह के सदस्यों में से ऐसे सदस्य जो 21 से 45 वर्ष के बीच की आयु के हैं और कृषि कार्यों में रुचि रखते हैं, उन्हें कृषि आजीविका सखी के रूप में चुना जाएगा। कृषि सखियां संगठन निर्माण, कृषि आधारित आजीविका से जुड़े कार्य, और अनुश्रवण जैसे कार्य प्रशिक्षण के बाद संपादित करेंगी।मिशन निदेशक दीपा रंजन ने बताया कि संबंधित विभागों द्वारा कृषि सखियों को कृषि विस्तार कार्यों और विभाग की योजनाओं में प्राथमिकता के आधार पर लाभार्थी बनाया जाएगा। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक कृषि आजीविका सखी को पदस्थ करने की दिशा में कार्य कर रहा है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में प्राकृतिक और जैविक खेती को बढ़ावा मिले और स्वयं सहायता समूह के सदस्यों के परिवारों की आय में स्थायी वृद्धि हो सके।




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