(लखनऊ)उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा सिविल सेवा प्रवेश परीक्षा सम्पन्न, देशभर के छात्र हुए शामिल

  • 26-Sep-25 12:00 AM

लखनऊ, 26 सितंबर (आरएनएस ) उत्तर प्रदेश भाषा विभाग के अधीन संचालित उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा सिविल सेवा परीक्षा योजना की प्रवेश परीक्षा रविवार को बाबूगंज स्थित रामाधीन इंटर कॉलेज में सम्पन्न हुई। इस परीक्षा में लगभग 450 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया, जबकि 850 से अधिक छात्रों ने आवेदन किया था।योगी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का उद्देश्य उन छात्रों को सशक्त करना है जो सिविल सेवा परीक्षा में संस्कृत साहित्य को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनते हैं। चयनित छात्रों को नि:शुल्क शिक्षा, अध्ययन सामग्री के साथ तीन हजार रुपये मासिक छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। छात्रों का चयन प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर किया जाता है, और कक्षाएँ हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों माध्यमों में संचालित होती हैं। इसके अतिरिक्त, ऑनलाइन क्लास और टेस्ट सीरीज की सुविधा भी छात्रों को उपलब्ध कराई जाती है।2019 से संचालित इस योजना के अब तक छह सत्र पूरे हो चुके हैं और आज आयोजित परीक्षा सातवें सत्र के लिए थी। योजना के संयोजक डॉ. शीलवन्त सिंह ने बताया कि इस योजना से अब तक 4 छात्र आईएएस, 22 छात्र पीसीएस और 43 छात्र विभिन्न प्रशासनिक सेवाओं में चयनित हो चुके हैं, कुल मिलाकर 69 छात्र इस योजना के माध्यम से सफल हुए हैं। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी दिनेश मिश्र ने कहा कि पिछले छह वर्षों में संस्कृत विषय को लेकर सिविल सेवा की तैयारी करने वाले छात्रों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, और आज लगभग 18 राज्यों के छात्र इस योजना का लाभ उठा रहे हैं।आज सम्पन्न हुई परीक्षा में उत्तर प्रदेश के अलावा पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, राजस्थान, झारखंड, मध्य प्रदेश, हरियाणा, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु से भी अभ्यर्थी शामिल हुए। विशेष रूप से दक्षिण भारत से छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है। योजना प्रारंभिक परीक्षा से लेकर साक्षात्कार तक समग्र तैयारी नि:शुल्क कराती है।विशेषज्ञों का मानना है कि योगी सरकार की यह पहल न केवल उत्तर प्रदेश में बल्कि पूरे देश में संस्कृत विषय के प्रति सिविल सेवा अभ्यर्थियों के बीच नई उम्मीद और आकर्षण पैदा कर रही है।




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