(लखनऊ)दहेज उत्पीडऩ से तंग आकर महिला ने दी जान, जानकीपुरम पुलिस ने पति, ससुर, सास और ननद को किया गिरफ्तार
- 07-Oct-25 12:00 AM
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लखनऊ 7 अक्टूबर (आरएनएस )। राजधानी लखनऊ में दहेज के दानव ने एक बार फिर एक महिला की जिंदगी लील ली। थाना जानकीपुरम क्षेत्र में दहेज की मांग और उत्पीडऩ से परेशान एक विवाहिता ने छत से कूदकर अपनी जान दे दी। घटना के बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मृतका के पति, ससुर, सास और ननद को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपियों के खिलाफ दहेज प्रताडऩा और आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है।जानकीपुरम थाना क्षेत्र के कमलाबाद बढ़ौली निवासी विनय मिश्रा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनकी बहन की शादी विभूति शिवम दुबे से हुई थी, जो हरिओमनगर, थाना कृष्णानगर क्षेत्र में परिवार के साथ रहते हैं। शादी के बाद से ही ससुरालीजन दहेज की मांग को लेकर बहन को प्रताडि़त करने लगे। गाली-गलौज और ताने देना उनकी रोजमर्रा की आदत बन गई थी। लगातार मानसिक और शारीरिक उत्पीडऩ से परेशान होकर बहन ने 5 अक्टूबर 2025 को छत से कूदकर आत्महत्या कर ली।विनय मिश्रा की शिकायत पर थाना जानकीपुरम में तत्काल मुकदमा संख्या 238/2025 धारा 85/80(2)/352 भारतीय न्याय संहिता (क्चहृस्) और दहेज प्रतिषेध अधिनियम की धारा 3/4 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। विवेचना सहायक पुलिस आयुक्त अलीगंज को सौंपी गई।घटना की गंभीरता को देखते हुए थाना जानकीपुरम पुलिस सक्रिय हो गई। अभियुक्तों की तलाश में टीमों को लगाया गया। मुखबिर की सटीक सूचना पर 7 अक्टूबर को पुलिस को पता चला कि अभियुक्त सलीम तिराहा, जानकीपुरम की तरफ अपने घर से कुछ दस्तावेज लेकर कहीं भागने की फिराक में हैं। पुलिस टीम ने मौके पर घेराबंदी कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पति विभूति शिवम दुबे (34 वर्ष), ससुर ओम प्रकाश दुबे (70 वर्ष), सास विनीता दुबे (65 वर्ष) और ननद प्रियंका दुबे शामिल हैं। ये सभी मूल रूप से नेहरू नगर, थाना नाका, लखनऊ के रहने वाले हैं। आरोपी विभूति शिवम दुबे असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है, जबकि ओम प्रकाश दुबे गृहस्थ कार्य करते हैं। विनीता दुबे गृहिणी हैं और प्रियंका दुबे छात्रा हैं।पुलिस के अनुसार, चारों अभियुक्तों ने मिलकर मृतका को लगातार मानसिक रूप से परेशान किया, जिससे उसने आत्महत्या का कदम उठाया। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद अभियुक्तों से पूछताछ की और आवश्यक सबूत एकत्र किए। सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।गिरफ्तारी अभियान में थाना जानकीपुरम के उपनिरीक्षक प्रवीन कुमार, महिला उपनिरीक्षक शिवानी वर्मा, कांस्टेबल राहुल तिवारी, राज राठौर, महिला कांस्टेबल प्रिया मिश्रा और निशा रानी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दहेज उत्पीडऩ जैसी घटनाएं समाज के लिए कलंक हैं और इस दिशा में कानून सख्त कार्रवाई करता रहेगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से जुड़े मामलों में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। यह कार्रवाई लखनऊ पुलिस की सतर्कता और संवेदनशीलता का उदाहरण है।
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