(लखनऊ)बीएसपी की ऑल इंडिया बैठक में संगठन की समीक्षा, आतंकवाद पर सख्त रुख और आकाश आनंद को सौंपी गई नई जिम्मेदारी

  • 18-May-25 12:00 AM

नई दिल्ली, लखनऊ 18 मई (आरएनएस ) बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने रविवार को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय 29 लोधी एस्टेट में आयोजित ऑल इंडिया बैठक को संबोधित करते हुए देशभर में संगठन की मजबूती और सर्वसमाज में जनाधार बढ़ाने के लिए चल रहे प्रयासों की विस्तार से समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार की ओर से की गई सैन्य कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूरÓ की खुलकर सराहना की और इसे भारतीय सेना की गौरवपूर्ण कार्रवाई बताया।मायावती ने कहा कि देश और जनहित में अपराधों की तरह आतंकवाद के खिलाफ भी निरंतर और सख्त निरोधात्मक उपायों की जरूरत है ताकि किसी भी सुहागन का सिंदूर उजडऩे से रोका जा सके। पाकिस्तान द्वारा दी जाने वाली परमाणु धमकियों और ब्लैकमेलिंग को भारत सरकार द्वारा स्पष्ट रूप से नकारना सही कदम बताया गया। उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर के मसले पर अमेरिका या किसी भी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार न करने की राष्ट्रीय सहमति का पूरी तरह से पालन किया जाना चाहिए, क्योंकि इस विषय पर देश को अपने आप पर ही भरोसा रखना होगा।बीएसपी प्रमुख ने आतंकवाद को देश के विकास में बाधक बताते हुए कहा कि जब तक सीमा पार से आने वाले घातक हमलों को रोका नहीं जाता, तब तक देश की जनता को महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी जैसी समस्याओं से मुक्ति दिलाकर विकसित भारत की आकांक्षाओं को पूरा करना मुश्किल होगा। उन्होंने केंद्र सरकार से आतंक के खिलाफ हर संभव ठोस और प्रभावी कदम उठाने की मांग की।बैठक में उन्होंने उन जातिवादी और सांप्रदायिक तत्वों पर भी कड़ी टिप्पणी की जो नफरत और घृणा फैलाकर देश के सौहार्द को नुकसान पहुँचा रहे हैं। मध्य प्रदेश के एक मंत्री द्वारा महिला सैन्य अधिकारी और पूर्व विदेश सचिव को लेकर की गई अशोभनीय टिप्पणी की आलोचना करते हुए मायावती ने कहा कि ऐसी संकीर्ण सोच वाली प्रवृत्तियों पर सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं, समाजवादी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता द्वारा सेना को जातिगत आधार पर आंकने की कोशिश को भी उन्होंने निंदनीय करार दिया।उन्होंने तथागत गौतम बुद्ध और डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमाओं के अपमान की घटनाओं को समाज में वैमनस्य फैलाने वाला कृत्य बताते हुए राज्य सरकारों से इन पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही उन्होंने पार्टी की वर्दीधारी बहुजन वालंटियर फोर्सÓ (बीवीएफ) को एक बार फिर से संगठित करने और पार्टी के अनुशासित संचालन में इसका इस्तेमाल करने पर बल दिया।बैठक के दौरान 2 मार्च 2025 को आयोजित ऑल इंडिया बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों की प्रगति रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई। मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे दलित उत्पीडऩ और महापुरुषों के अपमान जैसी घटनाओं पर पार्टी प्रतिनिधिमंडल के रूप में पीडि़तों से मुलाकात करें और कानूनी व शांतिपूर्ण तरीके से उन्हें न्याय दिलाने का प्रयास जारी रखें।बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर भी विशेष चर्चा हुई और यह निर्णय लिया गया कि बीएसपी इस चुनाव को पूरी तैयारी के साथ अकेले लड़ेगी। साथ ही उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में सत्तारूढ़ सरकारों के जनविरोधी रवैये, प्रशासनिक मनमानी और विकास के बजाय विध्वंसकारी कार्यों के चलते बिजली, पानी, सड़क, सफाई, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं की बदहाली पर चिंता व्यक्त की गई। मायावती ने कहा कि इन हालातों में बीएसपी ही लोगों की उम्मीदों की एकमात्र किरण है और पार्टी कार्यकर्ताओं को मिशनरी भावना से संगठन को मजबूत करने में जुट जाना चाहिए।बैठक के अंत में मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं की सर्वसम्मति से आकाश आनंद को बीएसपी का मुख्य नेशनल कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया और उन्हें पार्टी के आगामी कार्यक्रमों की जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने विश्वास जताया कि आकाश आनंद इस बार पूरी सावधानी और समर्पण के साथ पार्टी और आंदोलन को मजबूत बनाने में सराहनीय भूमिका निभाएंगे।




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