(लखनऊ)भारत सरकार की स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत महोबा में पर्यटन विकास की पहल

  • 21-Oct-24 12:00 AM

लखनऊ 21 अक्टूबर (आरएनएस ) उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में स्थित गोरखगिरि पहाड़ी, जो पूज्य संत गुरु गोरखनाथ जी की तपोभूमि मानी जाती है, अब केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत पर्यटन विकास का केंद्र बनने जा रही है। इस योजना के अंतर्गत गोरखगिरि पहाड़ी के साथ रहिलिया सूर्य मंदिर और कीरत सागर झील के आसपास पर्यटन सुविधाएं विकसित की जाएंगी।पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने जानकारी दी कि गोरखगिरि पहाड़ी अपनी विशिष्ट ग्रेनाइट चट्टान संरचनाओं के लिए प्रसिद्ध है। इस क्षेत्र में गुफाएं और झरने भी हैं, जो प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यहाँ पर्यटक रॉक क्लाइम्बिंग का रोमांच ले सकते हैं, और अन्य लोग शांतिपूर्ण पिकनिक का विकल्प चुन सकते हैं। इस पहाड़ी पर 9वीं शताब्दी का सूर्य मंदिर भी स्थित है, जो ऐतिहासिक महत्व का है।स्वदेश दर्शन 2.0 योजना का उद्देश्य टिकाऊ और जिम्मेदार पर्यटन स्थलों को विकसित करना है। इस योजना के तहत भारत की पर्यटन क्षमता का उपयोग करके आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें पर्यटन एवं संबद्ध बुनियादी ढांचे, पर्यटन सेवाएं, मानव पूंजी विकास, गंतव्य प्रबंधन, और नीति सुधारों को शामिल किया गया है।जयवीर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में धार्मिक, आध्यात्मिक, और सांस्कृतिक स्थलों की भरपूर विविधता है, जिसमें महोबा जिले का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। इस योजना के तहत पर्यटकों को आकर्षित करने वाले स्थलों का चयन कर वहां विकास किया जाएगा। इसके तहत प्रवेश द्वार, साइनेज, म्यूरल वॉल, स्ट्रीट लाइट, इंटरप्रेटेशन सेंटर और ओपन एयर थिएटर जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।मंत्री ने यह भी बताया कि योजना को तेजी से मूर्त रूप दिया जा रहा है और हाल ही में विशेष सचिव पर्यटन की अध्यक्षता में पर्यटन विभाग और वास्तुविदों की टीम ने साइट्स का स्थलीय निरीक्षण किया है। इसके अलावा, नैमिषाण्य, सीतापुर और प्रयागराज भी इस योजना के तहत चयनित किए गए हैं। महोबा जिले को इस योजना का तीसरा प्रोजेक्ट माना जा रहा है।




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