(लखनऊ)लखनऊ पुलिस की बड़ी कामयाबी: अंतर्राज्यीय मोबाइल-लैपटॉप चोरी गिरोह का भंडाफोड़, पाँच शातिर गिरफ्तार, 82 इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद

  • 30-Sep-25 12:00 AM

लखनऊ 30 सितंबर (आरएनएस ),राजधानी लखनऊ पुलिस ने मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर और आसपास के इलाकों में सक्रिय अंतर्राज्यीय मोबाइल और लैपटॉप चोरी गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस ने इस गिरोह के पाँच सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 65 मोबाइल फोन, 15 लैपटॉप, 2 टैबलेट और 2 मोटरसाइकिल बरामद की हैं। बरामद सामान की कीमत लाखों रुपये आंकी जा रही है। गिरफ्तार आरोपी तमिलनाडु के वेल्लोर जिले के रहने वाले हैं, जो संगठित रूप से चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे।घटना का खुलासा उस समय हुआ जब थाना मडिय़ांव पुलिस टीम अजीजनगर चौराहे पर रोकथाम और चेकिंग अभियान में जुटी थी। इस दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि आईआईएम रोड पर यादव चौराहे के पास कुछ संदिग्ध व्यक्ति बैग और दो मोटरसाइकिलों के साथ खड़े हैं, जिनमें चोरी का सामान होने की आशंका है। सूचना मिलते ही डीसीपी उत्तरी की क्राइम/सर्विलांस टीम और थाना मडिय़ांव पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए घेराबंदी कर पाँचों व्यक्तियों को मौके से पकड़ लिया।गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कार्तिक सीनिवासन (31 वर्ष), मुत्तू (30 वर्ष), गोपाल (27 वर्ष), हरि (30 वर्ष) और अजय नारायनन (50 वर्ष) के रूप में हुई है। ये सभी वेल्लोर, तमिलनाडु के निवासी हैं और लंबे समय से पेशेवर अपराधी गिरोह बनाकर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह लखनऊ और आसपास के जनपदों में सुनियोजित तरीके से मोबाइल और लैपटॉप की चोरी करता था। चोरी किए गए इलेक्ट्रॉनिक सामान को यह लोग तमिलनाडु ले जाकर अपने नेटवर्क के जरिए स्थानीय बाजारों में बेचते थे। इस प्रकार चोरी से लेकर बिक्री तक की एक अंतर्राज्यीय श्रृंखला बनाकर यह गिरोह सक्रिय था।गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ लखनऊ और जालौन जनपद के विभिन्न थानों में एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। मुख्य आरोपी कार्तिक सीनिवासन के खिलाफ कोयम्बटूर, तमिलनाडु में भी चोरी और गुंडा एक्ट के कई मामले पंजीकृत हैं। पुलिस ने थाना मडिय़ांव में मु0अ0सं0 587/2025 धारा 317(2)/317(4) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और सभी अभियुक्तों को न्यायालय में पेश किया जा रहा है।इस पूरी कार्रवाई में डीसीपी उत्तरी की क्राइम/सर्विलांस टीम और थाना मडिय़ांव पुलिस की संयुक्त भूमिका रही। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस गिरोह के पकड़े जाने से शहर में लगातार हो रही मोबाइल और लैपटॉप चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगेगा।




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment