(लखनऊ)लखनऊ में स्मारक अनुरक्षण कार्यशाला का दूसरा दिन और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती
- 25-Sep-25 12:00 AM
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लखनऊ 25 सितंबर (आरएनएस )। आज दिनांक 25 सितम्बर, 2025 को राज्य संरक्षित स्मारक आलमबाग प्रवेश द्वार, लखनऊ में तीन दिवसीय कार्यशाला के दूसरे दिवस का सत्र आयोजित किया गया। इस अवसर पर पुरातत्व विभाग के प्रदीप सिंह (पुरातत्व अभियंता) और इंटैक संस्थान से सुश्री अंशिका, सुश्री प्रतिष्ठा एवं श्री पंकज पांडेय ने सभी प्रतिभागियों के साथ स्मारक का विस्तृत निरीक्षण किया।सत्र में स्मारक अनुरक्षण की प्रारंभिक तैयारियों, अनुरक्षण विधियों और तकनीकों पर विस्तृत चर्चा हुई। विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को प्रायोगिक रूप से यह समझाया कि अनुरक्षण कार्य आरंभ करने से पूर्व किन प्रक्रियाओं का पालन अनिवार्य है। इसमें स्मारक का अभिलेखीकरण, फोटोग्राफी, संरचना में व्याप्त समस्याओं का अध्ययन, सामग्री सैंपलिंग एवं प्रयोगशाला जांच, उपयुक्त बाइंडिंग मैटेरियल का चयन आदि शामिल हैं। प्रतिभागियों को सैंपलिंग की विभिन्न विधियों, नमूने लेने की मात्रा और निरीक्षण रिपोर्ट तैयार करने के मानक प्रक्रियाओं के बारे में भी जानकारी दी गई। इस व्यावहारिक सत्र के माध्यम से प्रतिभागियों को वास्तविक स्मारक पर संरक्षण प्रक्रियाओं को समझने का महत्वपूर्ण अनुभव प्राप्त हुआ।कार्यशाला के साथ ही पुरातत्व निदेशालय, लखनऊ परिसर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की 109वीं जयंती श्रद्धा एवं गरिमा के साथ मनाई गई। निदेशक श्रीमती रेनू द्विवेदी के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम में अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पुष्पांजलि अर्पित की और परिचर्चा के माध्यम से उपाध्याय जी के जीवन, विचारों और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान पर प्रकाश डाला।इस अवसर पर आलमबाग गेट पर आयोजित सत्र में सहायक पुरातत्व अधिकारी डॉ. मनोज यादव, श्री बलिहारी सेठ, अभयराज सिंह, मयंक, अभिषेक, हिमांशु, निर्भय सहित इंटैक संस्थान के कार्मिक एवं प्रतिभागीगण उपस्थित रहे। इस आयोजन ने स्मारक संरक्षण में व्यावहारिक प्रशिक्षण और सांस्कृतिक जागरूकता दोनों ही क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
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