(लखनऊ)विश्व शौचालय दिवस पर दो दिवसीय राष्ट्रीय ज्ञान कार्यशाला का समापन

  • 20-Nov-24 12:00 AM

लखनऊ 20 नवंबर (आरएनएस ) विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय ज्ञान कार्यशाला के दूसरे दिन की शुरुआत श्रीमती रूपा मिश्रा, जेएस महुआ द्वारा की गई। उन्होंने सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मिशन के संचालन में तकनीकी और प्रबंधकीय दृष्टिकोण दोनों का ध्यान रखना आवश्यक है। उन्होंने स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखकर तकनीकों का चयन करने की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि कुछ चीजों को स्थानीय निकायों पर नहीं छोडऩा चाहिए, जिनकी क्षमता पर सवाल उठता है, क्योंकि कई निकाय नियमित निष्पादन में भी विफल हैं।श्रीमती मिश्रा ने क्लीन टॉयलेट अभियान के महत्व पर चर्चा की, जिसे विश्व शौचालय दिवस से शुरू किया गया था। यह अभियान पांच सप्ताह तक चलेगा, जिसमें शौचालयों को स्वच्छ करने, पुराने शौचालयों की मरम्मत और जन जागरूकता फैलाने पर जोर दिया जाएगा। इसके साथ ही, उन्होंने एसएचजी के सहयोग से संचालन और सुधार कार्यों को आगे बढ़ाने की बात की।उन्होंने कहा कि इस वित्तीय वर्ष के अंत तक एसबीएम 2.0 की प्रत्येक परियोजना को जमीनी स्तर पर शुरू कर दिया जाएगा। शहरी भारत में जल प्रबंधन और जल संसाधनों के कार्यों पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने राज्यवार और क्षेत्रवार आगामी कार्यशालाओं की योजना बनाई, जिससे बड़े पैमाने पर इंजीनियर और राज्य के अधिकारी शामिल होकर अपने शहरों को बेहतर बना सकें।कार्यशाला के दूसरे दिन डॉ. वी. के. चौरसिया, सलाहकार, सीपीएचईईओ द्वारा राज्यों द्वारा नियोजन और डीपीआर तैयार करने के अनुभव साझा किए गए। इसके अलावा, जल प्रबंधन, कार्यान्वयन एजेंसी की खरीद, प्रगति की निगरानी और पुनर्चक्रण के विषयों पर चर्चा की गई।आखिरकार, कार्यशाला के समापन पर निदेशक नगरीय निकाय श्री अनुज कुमार झा ने जॉइंट सेक्रेटरी महुआ और मिशन निदेशक को मोमेंटो भेंट कर उनका धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही, लखनऊ नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह और देश भर से आए विशेषज्ञों को भी मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।




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