(लखनऊ)संजय सिंह का आरोप: भाजपा धर्म और त्योहारों के नाम पर तनाव फैलाकर असली मुद्दों से ध्यान भटका रही है

  • 27-Sep-25 12:00 AM

लखनऊ,27 सितंबर (आरएनएस)। आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भाजपा सरकार पर समाज में सुनियोजित ढंग से तनाव फैलाने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, किसानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और महंगाई जैसे असली मुद्दों को दबाने के लिए भाजपा धर्म और त्योहारों के नाम पर विवाद खड़ा कर रही है। इस साजिश में भाजपा की "नफरती सरकार" के साथ-साथ तथाकथित धर्मगुरु भी शामिल हैं। संजय सिंह ने जनता को आगाह करते हुए कहा कि अगर इन चालों से सावधान नहीं हुए तो समाज को बर्बादी ही हाथ लगेगी।शनिवार को जारी अपने बयान में उन्होंने कहा कि नौजवान पेपर लीक और रोजगार संकट के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं, किसान बदहाली झेल रहे हैं और लद्दाख में पूर्ण राज्य की मांग करने वाले आंदोलनकारियों पर दमन किया जा रहा है। प्रख्यात समाजसेवी सोनम वांगचुक को एनएसए जैसे कठोर कानून में कैद कर दिया गया, लेकिन इन मुद्दों पर भाजपा और सरकार समर्थक ताकतें चुप्पी साध लेती हैं और नए-नए धार्मिक विवाद खड़े कर जनता का ध्यान भटकाती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि तथाकथित गोदी मीडिया भी अपने "बौद्धिक आतंकवाद" से नफरत का ज़हर घोल रहा है, ताकि जनता के असली सवाल दबकर रह जाएं।आप सांसद ने कहा कि आज धर्म समाज का प्रतीक नहीं रह गया है, बल्कि झगड़े का हथियार बना दिया गया है। ईद, बकरीद, होली, दिवाली या नवरात्र जैसे हर त्योहार से पहले तनाव खड़ा करना भाजपा और तथाकथित धर्मगुरुओं की साझेदारी का हिस्सा है, ताकि लोगों को गुमराह किया जा सके।उन्होंने आगे कहा कि भाजपा को न अस्पताल बनाने से मतलब है, न शिक्षा देने से, न रोजगार सृजन से और न ही व्यापार बढ़ाने से। मोदी सरकार का असली एजेंडा जनता को चौपट करना और असली मुद्दों से ध्यान हटाना है। प्रधानमंत्री तक ने युवाओं का मजाक उड़ाते हुए कहा कि उन्हें गोबर से रोजगार मिलेगा, यानी देश का प्रधानमंत्री युवाओं को गोबर लायक समझता है।संजय सिंह ने कहा कि यूपी में धर्म के नाम पर जो माहौल बिगाडऩे की कोशिश हो रही है, वह भाजपा की गहरी साजिश का हिस्सा है। उन्होंने गोदी मीडिया पर भी तीखा हमला बोलते हुए कहा कि यह मीडिया जनता से जुड़े मुद्दों को उठाने के बजाय नफरत और झूठ फैलाने में जुटा है और भोले-भाले लोगों के दिमाग में नफरत के बीज बो रहा है।आप सांसद ने हाल के विवादों का उदाहरण देते हुए कहा कि कभी "आई लव मोहम्मद", कभी "आई लव महादेव" और अब "आई लव आदित्यनाथ" के नाम पर झगड़े कराए जा रहे हैं, और कल को "आई लव मोदी" भी शुरू हो सकता है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिरकार किसी भी धर्मगुरु या आस्था के प्रति प्रेम जताने पर झगड़े क्यों खड़े किए जाते हैं।अंत में उन्होंने जनता से अपील की कि अगर जीवन में बदलाव और सुधार चाहिए तो ध्यान शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और किसानी जैसे असली मुद्दों पर होना चाहिए, न कि झगड़ों में फंसकर समय बर्बाद करना। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि लोग अपनी आवाज बुलंद करें और सरकार को जवाबदेह बनाएं।




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