(लखनऊ)हर घर तिरंगा बना राष्ट्रभक्ति का प्रतीक, यूपी में इस वर्ष फहरेंगे 4.60 करोड़ तिरंगे

  • 04-Aug-25 12:00 AM

लखनऊ 4 अगस्त (आरएनएस )। आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा वर्ष 2022 में शुरू किया गया हर घर तिरंगाÓ अभियान अब राष्ट्रीय अस्मिता, देशभक्ति और जनगौरव का सशक्त प्रतीक बन चुका है। राष्ट्रप्रेम की भावना को जन-जन में जागृत करने वाले इस अभियान ने पूरे देश में जनांदोलन का रूप ले लिया है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व और संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के निर्देशन में इस अभियान को नए जोश, व्यापकता और गरिमा के साथ मनाया जा रहा है।वर्ष 2025 में यह अभियान 02 अगस्त से 15 अगस्त तक तीन चरणों में चलाया जा रहा है। पहले चरण (2 से 8 अगस्त) में स्कूलों की दीवारों और सूचना पटों की सजावट, तिरंगा प्रदर्शनी, रंगोली प्रतियोगिताएं, तिरंगा राखीÓ निर्माण की कार्यशालाएं, सैनिकों और पुलिसकर्मियों को आभार पत्र व राखी भेजने जैसे आयोजन हो रहे हैं। साथ ही, तिरंगा बुनाई और धागा गतिविधियों पर भी जोर दिया गया है।दूसरे चरण (9 से 12 अगस्त) में तिरंगा महोत्सव, मेला और म्यूजिकल कॉन्सर्ट, स्वयं सहायता समूहों द्वारा स्टॉल्स की प्रदर्शनी और बिक्री, तिरंगा यात्राएं, सेल्फी बूथ और हर घर तिरंगाÓ पोर्टल पर सेल्फी अपलोड करने जैसी जनभागीदारी बढ़ाने वाली गतिविधियां शामिल हैं।तीसरे और अंतिम चरण (13 से 15 अगस्त) में सरकारी व शैक्षणिक भवनों, पुलों, बांधों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को तिरंगा रोशनी से सजाया जाएगा। हर घर, कार्यालय और सार्वजनिक स्थल पर तिरंगा लहराया जाएगा और नागरिकों को वेबसाइट पर तिरंगे के साथ सेल्फी अपलोड करने हेतु प्रोत्साहित किया जाएगा। स्वतंत्रता दिवस पर झंडारोहण कार्यक्रमों का भी भव्य आयोजन होगा।राज्य सरकार ने इस वर्ष 4.60 करोड़ तिरंगे फहराने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इनमें से करीब 2 करोड़ तिरंगे विगत वर्षों में प्रयुक्त झंडों को स्मृति चिह्न के रूप में दोबारा उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, जबकि शेष 2.60 करोड़ नए झंडों का निर्माण राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, शहरी आजीविका मिशन और स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से किया जा रहा है। निर्माण की सारी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे इस अभियान को केवल एक औपचारिक कार्यक्रम न मानकर इसे देशभक्ति के पर्व के रूप में मनाएं और अपने घर, प्रतिष्ठान, कार्यालय व सार्वजनिक स्थलों को तिरंगे से सजाएं। उन्होंने कहा कि तिरंगा केवल एक ध्वज नहीं बल्कि आज़ादी, एकता और राष्ट्रीय पहचान का प्रतीक है।संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि यह अभियान भावनात्मक संकल्प है, जो नागरिक चेतना और सांस्कृतिक गरिमा को सशक्त करता है। तिरंगा तीन रंगों का मेल भर नहीं है, बल्कि यह देश की आत्मा, संघर्ष और आज़ादी की गाथा का जीवंत प्रतीक है।इस अभियान की सफलता हेतु सभी जिलाधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिलों में शिक्षा विभाग, सूचना विभाग, नगर निकायों, स्वयंसेवी संगठनों और आम नागरिकों के सहयोग से यह आयोजन गौरव और भव्यता के साथ संचालित हो रहा है।




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