(रायपुर) प्रदेश भर से आये हॉकी खिलाडिय़ों का श्रम मंत्री ने बढ़ाया उत्साह
- 19-Apr-25 06:55 AM
- 0 likes
अपनी भाषा में समाचार चुनने की स्वतंत्रता देश की श्रेष्ठतम समाचार एजेंसी
साइबर क्राइम सेल ने पूरा पैसा कराया वापसहाइट बढ़ाने की औषधि मंगाने के चक्कर में 35,900 रुपये की ऑनलाइन ठगीसाइबर क्राइम सेल ने पूरा पैसा कराया वापसलखनऊ 12 अक्टूबर (आरएनएस) । साइबर क्राइम सेल द्वारा आवेदक ने सोशल मीडिया पर हाइट बढ़ाने की औषधि का विज्ञापन देखकर यूपीआई के माध्यम से ऑनलाइन ठगी की रकम कराई गई वापस। साथ ही साइबर क्राइम सेल द्वारा अपील कि गई कि किसी भी व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी जैसे कार्ड नंबर, सीवीवी, खाता नंबर ओटीपी आदि शेयर न करे तथा कोई भी ऐप किसी अंजान व्यक्ति के कहे अनुसार डाउनलोड न करे। यूपीआई/ अन्य बैंकिग के माध्यम से स्वयं के खाते में पैसा प्राप्त करने के लिए किसी भी पिन भरने की जरुरत नहीं होती है।पुलिस आयुक्त द्वारा साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के क्रम में प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राईम सेल के नेतृत्व में त्वरित कार्रवाई करते हुए शिकायतकर्ता से साइबर अपराधियों के द्वारा ठगे गए 35,900 रुपये को शिकायतकर्ता के खाते में पुन: वापस कराया गया है। शिकायतकर्ता आयुष शर्मा द्वारा 9 सितंबर को एक प्रार्थना पत्र साइबर क्राइम सेल में दिया गया था जिसमें आवेदक ने सोशल मीडिया पर हाइट बढ़ाने की औषधि का विज्ञापन देखकर यूपीआई के माध्यम से औषधि लेने के लिए पैसे उपलब्ध कराये गये खाते में 35,900 रुपए भेज दिया था। शिकायतकर्ता द्वारा साइबर सेल में दिये गये प्रार्थनापत्र को पंजीकृत कर प्रभारी निरीक्षक सतीश चन्द्र साहू के निर्देश पर प्रार्थना पत्र पर त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित फ्राइस्टर के बैंक खातों में रुपये होल्ड व फ्रीज कराया गया। प्रकरण में नियमानुसार कार्यवाही करते हुये साइबर ठग द्वारा ली गयी धनराशि 35,900 रुपए को शिकायतकर्ता के खाते में पुन: वापस कराया गया है। साइबर क्राईम सेल द्वारा की गई कार्यवाही के फल स्वरुप आवेदक अपनी धनराशि पाकर अत्यंत प्रसन्न है तथा पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए धन्यवाद प्रकट किया गया है।। साइबर क्राइम सेल द्वारा आवेदक ने सोशल मीडिया पर हाइट बढ़ाने की औषधि का विज्ञापन देखकर यूपीआई के माध्यम से ऑनलाइन ठगी की रकम कराई गई वापस। साथ ही साइबर क्राइम सेल द्वारा अपील कि गई कि किसी भी व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी जैसे कार्ड नंबर, सीवीवी, खाता नंबर ओटीपी आदि शेयर न करे तथा कोई भी ऐप किसी अंजान व्यक्ति के कहे अनुसार डाउनलोड न करे। यूपीआई/ अन्य बैंकिग के माध्यम से स्वयं के खाते में पैसा प्राप्त करने के लिए किसी भी पिन भरने की जरुरत नहीं होती है।पुलिस आयुक्त द्वारा साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के क्रम में प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राईम सेल के नेतृत्व में त्वरित कार्रवाई करते हुए शिकायतकर्ता से साइबर अपराधियों के द्वारा ठगे गए 35,900 रुपये को शिकायतकर्ता के खाते में पुन: वापस कराया गया है। शिकायतकर्ता आयुष शर्मा द्वारा 9 सितंबर को एक प्रार्थना पत्र साइबर क्राइम सेल में दिया गया था जिसमें आवेदक ने सोशल मीडिया पर हाइट बढ़ाने की औषधि का विज्ञापन देखकर यूपीआई के माध्यम से औषधि लेने के लिए पैसे उपलब्ध कराये गये खाते में 35,900 रुपए भेज दिया था। शिकायतकर्ता द्वारा साइबर सेल में दिये गये प्रार्थनापत्र को पंजीकृत कर प्रभारी निरीक्षक सतीश चन्द्र साहू के निर्देश पर प्रार्थना पत्र पर त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित फ्राइस्टर के बैंक खातों में रुपये होल्ड व फ्रीज कराया गया। प्रकरण में नियमानुसार कार्यवाही करते हुये साइबर ठग द्वारा ली गयी धनराशि 35,900 रुपए को शिकायतकर्ता के खाते में पुन: वापस कराया गया है। साइबर क्राईम सेल द्वारा की गई कार्यवाही के फल स्वरुप आवेदक अपनी धनराशि पाकर अत्यंत प्रसन्न है तथा पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए धन्यवाद प्रकट किया गया है।
© Copyright | All Right Reserved At DigitalBuddies