(विष्णुगढ़)विभागीय उदासीनता का दंश झेल रहा विष्णुगढ़ का आईटीआई कॉलेज भवन
- 29-Dec-24 12:00 AM
- 0
- 0
-फंड भुगतान नहीं होने के कारण संवेदक, मुंशी समेत सभी की आर्थिक स्थिति खराबविष्णुगढ़ 29 दिसंबर (आरएनएस)। विष्णुगढ़ प्रखंड में भवन निर्माण विभाग द्वारा निर्मित आईटीआई कॉलेज भवन विगत दो वर्षों से बनकर तैयार है। संवेदक द्वारा कार्य होने के बाद एक वर्ष होने को है, लेकिन अब तक भवन अपने अंतिम रूप से वंचित है। इसमें विभागीय लापरवाही की उदासीनता साफ तौर पर झलक रही है। संवेदक द्वारा बताया गया कि विभाग की उदासीनता की वजह से कुछ बचा हुआ कार्य पूर्ण नहीं हो रहा है, विभाग द्वारा बताया जाता है कि इसका अभी फंड नहीं है, इसलिए भुगतान नहीं किया जा रहा है। जबकि संवेदक का कहना है कि शुरुआती दौर में एक करोड रुपए का कार्य पूर्ण करने के 8 महीने बाद सरकार से मात्र 35 लख रुपए का भुगतान किया गया है। उसके बाद एक छोटा भुगतान किया गया है। जबकि विगत डेढ़ साल से स्ट्रक्चर पूरा हो गया है और स्ट्रक्चर पूरा होने के बाद विगत डेढ़ वर्षों से कोई भुगतान नहीं किया गया है। इसके लिए दर-दर विभाग का चक्कर लगाकर हमारी आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है, वर्तमान हालात ऐसे हैं कि लेबर और सप्लायर के बकाए पैसे का भुगतान करने की भी हमारी क्षमता नहीं है। हमने तीन तरफ की चारदीवारी निर्माण कार्य पूरा कर लिया है। गढ्ढे में चारदिवारी निर्माण के लिए विभाग नापी देकर गया है। चौथे दीवार का निर्माण कार्य ग्रामीणों द्वारा विरोध को लेकर बाधित है। ग्रामीणों का कहना है कि गढ्ढे के बाहर नहीं, अंदर से चारदिवारी दिया जाए। यहां पर मेला लगता है जिससे लोगों को मेला लगाने में कोई दिक्कत नहीं हो और रास्ता संकीर्ण नहीं हो। वही विभाग को सूचित करने के बाद भी विभाग द्वारा ना ही कोई हल और ना ही कार्यपालक अभियंता द्वारा इस समस्या का निवारण किया जा रहा है। संवेदक मुकेश पांडे केअलावा इस मामले में मुंशी संतोष कुमार का कहना है कि ससमय भुगतान नहीं किए जाने की वजह से हमारी हालत भुखमरी की हो गई है। *क्या कहते हैं विभाग के एसडीओ सचिन* : मैंने विभाग को अवगत करा दिया है, फंड के अभाव में भुगतान में काफी देरी हुई है, लेकिन जनवरी माह के अंतिम तक बकाया भुगतान किया जाएगा।*क्या कहते हैं ग्रामीण स्थानीय*आरटीआई कॉलेज भवन निर्माण अधूरे कार्य को विभाग जल्द पूरा करे , ताकि क्षेत्र के विद्यार्थियों को लाभ मिल सके: मधुसूदन प्रसाद, पूर्व बीस सूत्री अध्यक्ष आरटीआई कॉलेज भवन निर्माण के बचे हुए कार्य को पूरा नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि विद्यार्थियों का भविष्य का सवाल है: नीतीश बरनवाल
Related Articles
Comments
- No Comments...