(शिवपुरी) 70 दिन बाद भी पिछोर अस्पताल मे हुए 40 लाख के घोटालेबाजो पर नही हो सकी एफ आर आर दर्ज दिया जा रहा है अभयदान..??

  • 02-Oct-23 12:00 AM

00 घोटाले को दबाने और घोटालेबाजो को बचाने के लिए बी एम ओ,सी एम एच ओ से लेकर भोपाल तक के अधिकारी कर रहे है पैरवी - सूत्र00 सी एम एच ओ की नाक के नीचे बर्षो से नियमबिरुद्ध् अटैचमेंट पर जमे हे जिला चिकित्सालय सहित सी एम एच ओ कार्यालय मे स्वाथ्य अधिकारी कर्मचारी नही जुटा पा रहे उनके मूल पद् पर बापिसी की हिम्मत सी एम एच ओ पवन जैन???00 आखिर क्या बजह है पिछोर बी एम ओ और सी एम एच ओ आज तक नही करा सके 40 लाख के घोटालेबाजो पर एफ आर आर दर्ज00 -40 लाख का घोटाला करने के बाद भी कराई जा रही है घोटाले की राशि घोटालेबाजो से जमा बिना एफ आर आर दर्ज कराये- सूत्र00 शिवपुरी 2 अक्टूबर (आरएनएस)। मध्यप्रदेश मे स्वास्थ्य बिभाग् मे घोटालो का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है हर दिन एक नया घोटाला निकलकर सामने आ रहा है इसी तरह शिवपुरी जिले के पिछोर तहसील मे एक फर्जी कम्प्यूटर ऑपरेटर के द्वारा शासकीय राशि को गैर आशा कार्यकर्ताओ के खातो मे कूटरचित तरीके से करीब 40 लाख रुपये की राशि डाल और गयी और राशि का आहरन कर लिया गया जब इसकी जानकारी भोपाल बैठे अधिकारियों को लगी तो उन्होंने आनन फानन मे एक जांच बिठाई जिसमे सिद्ध हो गया की एक कम्प्यूटर ऑपरेटर ने फर्जी तरीके से संबंधित अधिकारियों से मिलकर गैर आशा कार्यकर्ताओ के खातो मे राशि डाल और है और जब सी बी एम ओ से इस संबंध मे जानकारी ली तो उन्होंने कहा की यह सही हे की भ्रस्टाचार हुआ हे और जब इस पर एफ आई आर दर्ज कराने की बात कही तो उन्होंने कहा की हम जल्द ही एफ आई आर दर्ज करा रहे हे लेकिन इस मामले को करीब 70 दिन गुजरने वाले हे लेकिन अभी तक तत्कालीन बी एम ओ और सी एम एच ओ पवन जैन कम्प्यूटर ऑपरेटर फजल अहमद और इसमे संलिप्त तीन अधिकारियों पर एफ आई आर दर्ज नही करा पाए इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है की सभी अधिकारी मिलकर फजल अहमद फर्जी कम्प्यूटर ऑपरेटर को बचाने का प्रयास कर रहे है और मामले को दबाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। 00 बर्षो से जिला चिकित्सालय और सी एम एच ओ कार्यालय मे अटैचमेंट पर जमे ग्रामीन सी एच सी इस स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारी शासन की योजनाये हो रही है प्रभाबित सी एम एच ओ ने साधी चुप्पी कर्मचारियों की मूल पद् पर बापिसी परअगर बात करे ग्रामीन अंचल की सी एच सी की तो यहां पदस्थ ग्रामीण अंचल के स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारी बर्षो से नियम बिरुद्ध सी एम एच ओ और जिला चिकित्सालय की मालदार शाखाओ मे अटैचमेंट के नाम पर कुर्सी से चिपके हुए है जब सी एम एच ओ पवन जैन से इस संबंध मे शिकायत की तो वह अटैचमेंट पर जमे सभी स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारियो को संरक्षण देते नजर आये और उन्हे उनकी मूल पदस्थापना वाली जगह पर बापिस भेजने की कारवाही आज 4 माह मे भी नहीं कर पाए आखिर किस नेता और बरिष्ठ अधिकारी से भयबीत् होकर नहीं कर पा रहे सी एम एच ओ पवन जैन अटैचमेंट पर बर्षो से जमे हुए अधिकारी कर्मचारियो पर कारवाही।00 कम्प्यूटर ऑपरेटर फजल अहमद के साथ पेमेंट को सहमति देने वाले अधिकारी भी पूरे दोषी जिन्होंने खातों मे राशि डालने मे अंगूठा लगाकर और दी फर्जी भुगतान पर सहमतिअगर बात करे पिछोर के स्वास्थ्य बिभाग के घोटाले की तो इसमे वो लोग भी उतने ही दोषी है जिन्होंने अंगूठा लगाकर अपनी सहमति दी और कम्प्यूटर ऑपरेटर ने राशि डाली खातो मे लेकिन देखने मे और सुनने मे आ रहा है तो कम्प्यूटर ऑपरेटर फजल अहमद के माथे पर ठीकरा फोड़कर बाकी लोग इस मामले से कन्नी काटते नजर आ रहे ही जबकि कम्प्यूटर ऑपरेटर के साथ इन पर भी होनी चाहिए एफ आई आर दर्ज।00 कम्प्यूटर ऑपरेटर फजल अहमद को बचाने मे लगा पूरे जिले का स्वास्थ्य अमला इसीलिए नहीं कराई 70 दिन बीत जाने के बाद भी एफ आई आर दर्जअगर देखा जाए तो आज पिछोर अस्पताल मे हुए 40 लाख के घोटाले को 70 दिन बीत चुके है लेकिन कार्रवाही के नाम पर सिर्फ जांच का आश्वाशन दिया जा रहा है जबकि अगर सूत्रों की माने तो तरह 40 लाख की राशि का फजल अहमद कम्प्यूटर ऑपरेटर ने घोटाला किया है उस राशि को जमा करने की बात भी की जा रही है कुल मिलाकर इतना बड़ा घोटाला करने के बाद भी घोटालेबाज को अभयदान देने का पूरा प्रयास किया जा रहा है जबकि प्रथम दृष्ट्या दोष सिद्ध होने पर संबंधित घोटालेबाजो पर एफ आई आर दर्ज करानी चाहिए थी बी एम ओ पिछोर द्वारा लेकिन बी एम ओ द्वारा ऐसा न कर स्वयं अपनी संलिप्त्ता को उजागर किया है।00 सूत्रों की माने तो जिस कम्प्यूटर ऑपरेटर फजल अहमद ने किया 40 लाख का घोटाला उसकी नियुक्ति भी फर्जी की ऐसा तत्कालीन बी एम ओ ने बताया फिर भी सी एम एच ओ ने दिया था उसे अकाउंटेंट का प्रभार जबकि पूर्व से पिछोर अस्पताल मे है अकाउंटेंट




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