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सरगुजा ०८ अक्टूबर (आरएनएस)। तकनीकी युग में पुलिसिंग को और पारदर्शी, जवाबदेह एवं जन-सुलभ बनाने की दिशा में सरगुजा रेंज ने एक बड़ी पहल की है। सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक दीपक कुमार झा ने आम नागरिकों को पुलिस से सीधे जोडऩे के उद्देश्य से डिजिटल क्तक्र स्कैनर कोड का शुभारंभ किया है। इस पहल का मकसद जनता और पुलिस के बीच सीधा संवाद स्थापित करना तथा पुलिसिंग कार्यों पर जनता से त्वरित फीडबैक प्राप्त करना है। कार्यक्रम का आयोजन पुलिस कोऑर्डिनेशन सेंटर (सरगुजा भवन) में किया गया, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (स्स्क्क) सरगुजा श्री राजेश अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अमोलक सिंह ढिल्लों, नगर पुलिस अधीक्षक श्री राहुल बंसल सहित जिले के सभी राजपत्रित अधिकारी, थाना और चौकी प्रभारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर आईजी झा ने बताया कि वर्तमान समय में लगभग हर नागरिक एंड्रॉयड मोबाइल का उपयोग करता है, ऐसे में पुलिस और आम जनता के बीच संपर्क और संवाद के लिए डिजिटल माध्यम सबसे प्रभावी साधन बन सकता है। आम जनता और पुलिस के बीच सीधा संवाद आईजी दीपक कुमार झा ने कहा कि इस क्तक्र स्कैनर कोड के माध्यम से अब सरगुजा रेंज के नागरिक अपने क्षेत्र के थाना या चौकी से संबंधित पुलिसिंग कार्यों पर सीधे अपना फीडबैक दे सकेंगे। जनता अपने अनुभव, सुझाव या शिकायत को ऑनलाइन साझा कर सकेगी, जिससे वरिष्ठ अधिकारी स्तर पर तुरंत मॉनिटरिंग की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि इस क्तक्र कोड के माध्यम से मिलने वाले सुझावों की मॉनिटरिंग सीधे ढ्ढत्र स्तर पर की जाएगी, ताकि जनता द्वारा दिए गए विचार, शिकायतें या सुझावों पर उचित कार्रवाई सुनिश्चित हो सके। इस पहल से पुलिसिंग प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ेगी और जनता का पुलिस पर विश्वास मजबूत होगा। डिजिटल पुलिसिंग की नई दिशा आईजी झा ने कहा कि यह क्तक्र स्कैनर कोड पुलिसिंग के क्षेत्र में एक 'जन-संवाद की डिजिटल क्रांतिÓ साबित होगा। इससे पुलिस और जनता के बीच की दूरी खत्म होगी तथा आम लोगों को अपनी बात सीधे पुलिस तक पहुंचाने का एक आसान प्लेटफॉर्म मिलेगा। उन्होंने बताया कि यह क्तक्र कोड सभी पुलिस कार्यालयों, थानों, चौकियों और प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर लगाया जाएगा, जिससे कोई भी नागरिक अपने मोबाइल से स्कैन कर सुझाव या फीडबैक दे सकेगा। इस डिजिटल माध्यम से जनता यह बता सकेगी कि थाना या चौकी में उनकी शिकायतों पर कैसा व्यवहार किया गया, पुलिस ने समय पर कार्रवाई की या नहीं, तथा स्थानीय पुलिस कर्मियों का रवैया कैसा रहा। इन प्रतिक्रियाओं का उपयोग पुलिसिंग में सुधार लाने और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा। जवाबदेही और विश्वास की ओर एक कदम आईजी झा ने बताया कि इस प्रणाली के माध्यम से रेंज के सभी पुलिस कार्यालयों की जवाबदेही और पारदर्शिता बढ़ेगी। उन्होंने कहा— 'यह पहल न केवल पुलिसिंग की गुणवत्ता में सुधार लाएगी, बल्कि जनता के मन में पुलिस के प्रति विश्वास को और गहरा करेगी।Ó उन्होंने बताया कि क्तक्र कोड के जरिए प्राप्त फीडबैक पर वरिष्ठ अधिकारी लगातार निगरानी रखेंगे और जरूरत पडऩे पर संबंधित पुलिसकर्मी या अधिकारी से स्पष्टीकरण लिया जाएगा। इससे पुलिसिंग के हर स्तर पर सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकेंगे। आम जनता के लिए सुविधा का नया माध्यम रेंज आईजी ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग, जो सीधे पुलिस अधिकारियों तक नहीं पहुंच पाते, वे अब इस क्तक्र कोड के माध्यम से आसानी से अपनी समस्याएं साझा कर सकते हैं। यह व्यवस्था शहरों के साथ-साथ दूरस्थ ग्रामीण अंचलों के लोगों के लिए भी उतनी ही उपयोगी होगी। उन्होंने कहा कि इस कोड का उपयोग किसी भी व्यक्ति द्वारा कभी भी किया जा सकता है, और उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी। इससे लोग बिना किसी भय के अपने क्षेत्र में पुलिस की कार्यप्रणाली पर ईमानदारी से प्रतिक्रिया दे सकेंगे। वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ लॉन्च लॉन्चिंग कार्यक्रम में सरगुजा जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, थाना-चौकी प्रभारी, नगर पुलिस अधीक्षक और अन्य विभागीय कर्मी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान आईजी झा ने अधिकारियों से कहा कि डिजिटल फीडबैक व्यवस्था को जन-जागरूकता अभियान के माध्यम से गांव-गांव तक पहुंचाया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ ले सकें। उन्होंने आगे कहा कि आने वाले समय में इस व्यवस्था को संभाग के अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा, जिससे पुलिस-जनता संबंध और अधिक मजबूत व विश्वसनीय बन सके।
त्रिपाठी
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