(सिरसा)अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन-2025 का हुआ आयोजन

  • 16-Sep-25 12:00 AM

सिरसा 16 सितंबर (आरएनएस)। हरियाणा प्रादेशिक हिन्दी साहित्य सम्मेलन, सिरसा द्वारा संचालित हरियाणा प्रादेशिक लघुकथा मंच के तत्त्वावधान में स्थानीय श्री युवक साहित्य सदन में अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन-2025 का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता जयदेव-सहदेव जैन चैरिटेबल ट्रस्ट,सिरसा के प्रधान ललितमोहन जैन ने की। मुख्य अतिथि के रूप में सादुलपुर,चुरू से पधारे चिकित्सक व वरिष्ठ लघुकथाकार डॉ. रामकुमार घोटड़ सम्मिलित हुए जबकि विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत्त प्राचार्य पवनकुमार गुप्ता थे। इस कार्यक्रम के प्रथम सत्र में प्रो.रूप देवगुण ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया तथा डॉ.शील कौशिक ने हिंदी :वैश्विक संवाद की भाषा विषय पर आलेख पढ़ा। लघुकथा विमर्श के अंतर्गत प्रो.(डॉ.) ऋचा शर्मा ने अपना आधार खोती आधुनिक लघुकथा (महाराष्ट्र के संदर्भ में)Ó पर अपने विचार प्रकट किए। मंच संचालन क्रमश: हरीश सेठी झिलमिल ,डॉ.आरती बंसल तथा डॉ. शील कौशिक ने संयुक्त रूप से किया।लोकार्पण कार्यक्रम में लघुकथा-पर्व-3 (संपादक: प्रो.रूप देवगुण, डॉ.शील कौशिक, डॉ.आरती बंसल,हरीश सेठी झिलमिलÓ), लघुकथा-पर्व राजस्थान-2023 (संपादक: डॉ.रामकुमार घोटड़), लघुकथा- संग्रह दीपांजलि तथा आठवाँ सुर (योगराज प्रभाकर),चमक जुगनूँ की (प्रताप सिंह सोढ़ी), नौ रत्नी लघुकथां ( हिंदी लघुकथाओं का डोगरी अनुवाद,मूल लेखक: डॉ.रामकुमार घोटड़ ,अनुवादक: यशपाल निर्मल),आई एम नॉट एकलव्य (पंजाबी लघुकथाओं का अंग्रेज़ी अनुवाद,मूल लेखक: जगदीश राय कुलरियाँ,अनुवादक: अनिल ख्याल), हाइवे (शेफालिका श्रीवास्तव),मुक्त कैद (डॉ.ऋचा शर्मा), हैल्लो जिंदगी (विनय मोहन खारवनÓ), तेरी-मेरी कहानी (डॉ.विभा कुमरिया शर्मा) तथा लघुकथा कलश (वैश्विक लघुकथा विशेषांक,अंक 14 ) (संपादक: योगराज प्रभाकर) पत्रिका का विमोचन हुआ।दूसरे सत्र में सिद्धेश्वर को श्री खुशीराम देवगुण स्मृति लघुकथा-सम्मान ( सौजन्य: प्रो.रूप देवगुण), प्रो .(डॉ.) ऋचा शर्मा को श्रीमती महादेवी कौशिक स्मृति लघुकथा-सम्मान (सौजन्य: डॉ. शील कौशिक व डॉ0 मेजर शक्तिराज),जगदीश राय कुलरियाँ (प्रतिनिधि गुरसेवक) को श्री राजकुमार बंसल स्मृति लघुकथा-सम्मान (सौजन्य: प्रो.(डॉ.)आरती बंसल व डॉ.विक्रम बंसल) तथा आशा खत्री लताÓ को श्रीमती सुशीलावती गोस्वामी स्मृति-सम्मान (सौजन्य: श्रीमती स्नेह गोस्वामी) प्रदान किया गया। इसके अलावा शेफालिका श्रीवास्तव,मृदुल त्यागी,रेखा सक्सेना, सरिता बघेला,माताप्रसाद शुक्ल,विनयमोहन खारवनÓ तथा डॉ.विभा कुमरिया शर्मा को लघुकथा सेवी-सम्मानÓ से अलंकृत किया गया। प्रो.(डॉ.) आरती बंसल तथा हरीश सेठी झिलमिलÓ को लघुकथा संपादन-सम्मानÓ से नवाजा गया।तृतीय सत्र में पंजाब, हरियाणा,राजस्थान,बिहार,महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश के लघुकथाकारों ने अपनी एक-एक लघुकथा प्रस्तुत की जिसकी समीक्षा योगराज प्रभाकर तथा सिद्धेश्वर ने की। लघुकथा-पाठ करने वाले सभी लघुकथाकारों को सम्मान पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर डॉ.हरीशचंद्र झंडई, डॉ. तेजिंद्र,विनोद सिल्ला,हरभगवान चावला, ज्ञानप्रकाश पीयूषÓ,मेजर शक्तिराज, जनकराज शर्मा,सुरेश बरनवाल,प्रवीण पारीक अंशुÓ,सुरजीत सिरडी, नीलम नारंग,डॉ. प्रेम कंबोज,सुरेंद शर्मा,प्रो.अशोक गंडा,डॉ.वेदपाल आर्य, डॉ.मनफूल वर्मा,जयकरण बिरथल,विजय मल्होत्रा,विशाल वत्स, तरुण गोलछा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।




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