(सिरसा)अग्रसखी तीज फुहार कार्यक्रम में सिरसा की अग्रवाल समाज की महिलाओं ने की जमकर मस्ती
- 05-Aug-24 12:00 AM
- 0
- 0
सिरसा 5 अगस्त (आरएनएस)। अग्रसखी तीज फुहार जैसे कार्यक्रम अग्रवाल समाज के लिए वर्तमान समय में संजीवनी बूटी की तरह कार्य कर रहे हैं। पश्चात्याकरण की दौड़ में ऐसे कार्यक्रम नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से अवगत करवाने का कार्य कर रहे हैं। ऐसे कार्यक्रमों द्वारा अग्रवाल सभा सिरसा ने अग्रवाल समाज की महिलाओं को ना केवल ऐसा प्लेटफार्म उपलब्ध करवाया है, जहां वो अपनी छुपी हुई प्रतिभा को संवार सकती है, अपितु महिला सशक्तिकरण एवं अपने समाज में परस्पर जान पहचान, मैत्री एवं एकजुटता के साथ समाज उत्थान में सहयोग कर सकती हैं। अग्रवाल सभा सिरसा की महिला विंग अग्रसखी टीम द्वारा 03 अगस्त को आयोजित अग्रसखी तीज फुहार कार्यक्रम में सर्वसमाज की महिलाओं के लिए झूले, सजावट, प्रतियोगिताएं, खाने-पीने की स्टाल्स एवं लोकगीतों पर नृत्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, ताकि समाज की बेटियां, बहुएं और माताएं हमारी संस्कृति से जुड़ी रह सकें। उक्त बातें अग्रसखी प्रधान शिंपी गर्ग ने कही। कार्यक्रम का शुभारंभ आशा गनेरीवाला एवं सरोज गुप्ता द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। कार्यक्रम में अग्रवाल समाज की महिलाओं ने बढ़चढकऱ भाग लिया और जमकर मस्ती की। महिलाओं ने तीज के झूले का जमकर आनंद उठाया। इस दौरान अनेक गेम भी करवाई गई। विजेता प्रतिभागियों को अग्रसखी टीम की ओर से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।कविता गोयल, शानू गोयल, लवली गोयल, वृद्धि गोयल, बिंदू सतनाली ने संयुक्त रूप से बताया कि तीज को लेकर किये जाने वाला कार्यक्रम बेहतरीन था। हमारी संस्कृति को कायम रखने के लिए तीज पर यह कार्यक्रम समाज की ओर से आयोजित करवाया जाता है, जिससे हम अपने पुराने दिनों को याद कर पाते हैं।उन्होंने बताया कि तीज हमारी संस्कृति का अह्म हिस्सा है। हरियाली तीज हमें बचपन की याद दिलाती है। जब परिवार की महिलाओं के साथ तीज पर झूले झुलते थे। तीज पर आयोजित कार्यक्रम हमारे लिए बेहद खास होता है। यह हमारी संस्कृति का परिचायक है। कार्यक्रम के माध्यम से हम अपनी संस्कृति से जुड़तेहैं। महिलाओं ने बताया कि आज बागों में झूले नहीं लगते हैं। वक्त के साथ भले ही त्यौहारों में बदलाव आया है। महिलाओं की आपसी एकता का परिणाम है कि अग्रवाल समाज आज भी अपनी संस्कृति को बनाए रखे हुए है। हरियाली तीज को लेकर समाज की महिलाओं में हमेशा उत्साह रखता है।अग्रसखी सचिव चन्द्रिका गनेरीवाला ने बताया कि अग्रसखी तीज फुहार कार्यक्रम में सांस्कृतिक नृत्य एवं गीत सहित विभिन्न खेलों का आयोजन किया गया। फ्री में महिलाओं के लिए मेहंदी की स्टॉल लगाई गई। जहां पर महिलाओं ने अपने हाथों पर मेहंदी लगवाई। इसके अलावा समाज की महिलाओं के लिए विभिन्न खाने व अन्य सामान की स्टॉल लगाई गई।:
Related Articles
Comments
- No Comments...