(सिरसा)जीसीडब्ल्यू सिरसा में हुई विचार गोष्ठी

  • 02-Oct-23 12:00 AM

महात्मा गाँधी, लाल बहादुर शास्त्री व भगत सिंह का किया स्मरण सिरसा 2 अक्टूबर (आरएनएस)। राजकीय महिला महाविद्यालय, सिरसा में पंजाबी, राजनीतिविज्ञान व लोकप्रशासन विषय परिषद के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, शहीद-ए-आज़म भगत सिंह व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। प्राचार्य प्रो. राम कुमार जांगड़ा के संरक्षण में हुई इस विचार गोष्ठी की अध्यक्षता पंजाबी विभागाध्यक्ष डा. हरविंदर सिंह, लोकप्रशासन विभागाध्यक्ष प्रो. अनु, पंजाबी साहित्य सभा की अध्यक्ष मुस्कान, राजनीतिविज्ञान विषय परिषद की अध्यक्ष पिंकी व लोकप्रशासन विषय परिषद की सह-सचिव सलोनी पर आधारित अध्यक्षमंडल ने की। विचार गोष्ठी के प्रारंभ में पंजाबी विभागाध्यक्ष डा. हरविंदर सिंह ने सभी उपस्थितजन का स्वागत किया और कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत करवाया। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, शहीद-ए-आज़म भगत सिंह व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से विस्तारपूर्वक अवगत करवाते हुए अधिक से अधिक पठन, चिंतन, मनन पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इन तीनोँ महान व्यक्तित्वों के विचारों का अनुसरण करके ही हम अपना लक्ष्य निर्धारित कर अपने व्यक्तित्व में निख़ार ला सकते हैं और अपने आप को सामाजिक सरोकारों के प्रति प्रतिबद्ध कर सकते हैं। विचार गोष्ठी में महाविद्यालय की छात्राओं आस्था मसौन, निरमपाल कौर, मुस्कान, सलोनी, पिंकी, रवीना, कमलदीप कौर, स्नेहा, संतोष, वंदना, चारुल एवं दीया ने तीनों प्रेरक पुरषों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के प्रेरक प्रसंगों को उद्धृत करते हुए विचारोत्तेजक व भावपूर्ण व्याख्यानों की प्रस्तुति दी और उनके सपनों के समाज के निर्माण के लिए यथा संभव जि़म्मेवारी का निर्वहन करने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन राजनीतिविज्ञान विषय परिषद की अध्यक्ष पिंकी ने किया। राजनीतिविज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. अनु ने सभी वक्ताओं व उपस्थितजन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए आह्वान किया कि वह समतापरक, धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी मूल्यों का अनुसरण करते हुए राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, शहीद-ए-आज़म भगत सिंह व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री द्वारा प्रशस्त मार्ग पर दृढ़ता से चलने और जीवन में निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति हेतु अग्रसर हों।




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