(सिरसा)निजी परमिट व सेंट्रल वर्कशॉप हिसार-करनाल को बंद करने पर गरजे रोडवेज कर्मचारी

  • 09-Jul-24 12:00 AM

मंत्री के साथ बैठक में हंगामेदार होने के आसारसिरसा 9 जुलाई (आरएनएस)। केंद्र बॉडी सांझा मोर्चा के आह्वान पर सिरसा डिपो सांझा मोर्चा के नेता पृथ्वी सिंह चाहर, रिछपाल सिंह संधू, भीम सिंह चक्कां की अध्यक्षता में सिरसा डिपो वर्कशॉप गेट पर 262 रूटों पर 3658 प्राइवेट बसों को परमिट देने व दो सेंट्रल वर्कशॉप हिसार व करनाल को बंद करने के आदेशों को लेकर के विरोध में सिरसा डिपो में विरोध प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर सांझा मोर्चा के नेता आत्माराम बैनीवाल, सतपाल सिंह रानियां, लादूराम, शेर सिंह खोड, सुरेंद्र सिंह शैलेंद्र कुमार व कर्मचारी सैकड़ों की संख्या में भाग लिया। उन्होंने बताया कि 10 जुलाई 24 को परिवहन मंत्री असीम गोयल के साथ मीटिंग में हरियाणा रोडवेज सांझा मोर्चा स्टेज कैरिज की बसों को 262 रूटों पर 3658 परमिट देने का सांझा मोर्चा द्वारा विरोध किया जाएगा। ज्ञात हो कि 23 जून 2023 को हरियाणा के तत्कालीन परिवहन मंत्री, प्रधान सचिव परिवहन और विभाग के उच्च अधिकारियों और हरियाणा रोडवेज सांझा मोर्चा के मध्य मीटिंग में कई मांगों को मान लिया गया था और एक महीने का समय मांगा गया था, लेकिन सरकार द्वारा हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों को धोखा दिया गया और एक भी मांग को लागू नहीं किया गया। जिसके विरोध में लगातार कर्मचारियों द्वारा धरना प्रदर्शन किया जाता रहा है। इसी कड़ी में मानी गई मांगों को लागू करने के लिए 26 जून 2024 को सिरसा समेत पूरे हरियाणा में रोडवेज के सभी डिपो में एक दिन की सांकेतिक भूख हड़ताल की गई थी और ये निर्णय लिया गया था कि अगर सरकार द्वारा समाधान नहीं किया गया तो 14 जुलाई 2024 को परिवहन मंत्री असीम गोयल का घेराव उनके कैंप कार्यालय अंबाला में किया जाएगा, लेकिन घेराव से पहले ही सरकार व मंत्री की तरफ से सांझा मोर्चा को 10 जुलाई 2024 को मीटिंग के लिए पत्र जारी कर दिया गया, जिससे ये अनुमान लगाया जा रहा था कि हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों व उनकी मांगों के प्रति शायद मंत्री व सरकार कुछ सकारात्मक रूख अपनाएंगे। कर्मचारी नेताओं ने बताया कि दूसरी तरफ सरकार व विभाग द्वारा 262 रूटों पर 3658 परमिट देने का निर्णय लिया है, जोकि हरियाणा रोडवेज और हरियाणा की जनता की पीठ में छुरा घोंपने जैसा है और दो सेंट्रल वर्कशॉप हिसार और करनाल को बंद करने का पत्र जारी किया गया है। अगर सरकार जनता को सुविधा देना चाहती है तो सरकार को हरियाणा रोडवेज का बेड़ा बढ़ाना चाहिए, जिससे युवाओं को भी स्थायी रोजगार मिले और जनता को अच्छी सुविधा मिल सके। निजी बसों को बढ़ावा देने से तो आम जनता कि परेशानी और ज्यादा बढ़ जाएगी, क्योंकि समय-समय पर ऐसे मामले सामने आते रहते हैं कि जो सुविधा सरकार द्वारा सरकारी व निजी बसों में जनता को दी जाती है, उनको निजी बस के चालक-परिचालक नहीं मानते और वरिष्ठ नागरिकों, छात्राओं व अन्य यात्रियों को रास्ते में हि उतार देते हैं। हर रक्षाबंधन पर सरकार की तरफ से महिला यात्रियों व उनके साथ 15 साल से कम उम्र के बच्चों को मुफ्त यात्रा का निर्देश है, लेकिन इसके बावजूद निजी बसों में रक्षाबंधन पर महिला यात्रियों से हमेशा किराया लेने, उनके साथ बदतमीजी करने व किराया ना देने पर रास्ते में उतारने की अनेक विडियो सामने आती रही है, लेकिन निजी बस या उनके मालिकों पर कोई कारवाई नहीं की जाती। इसलिए 10 जुलाई 2024 को परिवहन मंत्री के साथ मीटिंग में जनहित व विभागहित में हरियाणा रोडवेज सांझा मोर्चा द्वारा ये परमिट जारी करने पर कड़ा विरोध दर्ज करवाया जाएगा।




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