(सिरसा)पूर्व नगरपार्षदों के आवास से उखाड़ साइन बोर्ड, कबाड़ में डाले

  • 29-Aug-25 12:00 AM

पूर्व पार्षद नीतू सोनी ने सीएम सहित आलाधिकारियों को लिखा पत्र, जताया विरोधपैसे भरवाकर पूर्व पार्षदों को दिए जा सकते थे बोडर्: नीतू सोनीसिरसा 29 अगस्त (आरएनएस)। पूर्व पार्षद नीतू सोनी ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल और जिला नगर आयुक्त वीरेंद्र सिंह सहरावत को पत्र लिखकर शहर के पूर्व पार्षदों के निवास के बाहर लगे साइन बोर्ड को उतारकर कबाड़ में डाले जाने पर कड़ा एतराज जताया है और इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।शुक्रवार को लिखे अपने पत्र में नीतू सोनी ने बताया कि उनके बतौर नगर पार्षद रहते वर्ष 2017 में नगर परिषद की तरफ में करीब आठ लाख की लागत से सभी नगर पार्षदों के आवास के आगे साइन बोर्ड लगाए गए थे। परंतु आठ साल बाद अब नगरपरिषद प्रशासन इन साइन बोर्ड को हटवाने का काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व नगर पार्षदों के बोर्ड कोउखड़वाकर कबाड़ में डाल दिया गया है जबकि पूर्व नगर पार्षदों से नगरपरिषद इन बोर्डों की एवज में राशि भरवाकर इन्हें लगा रहने दे सकती थी। नीतू सोनी ने आरोप लगाया कि यह सब राजनीतिक षड्यंत्र के चलते जल्दबाजी में लिया गया फैसला है। ऐसे में नगर परिषद को सरकारी राजस्व की भी हानि हुई है। उन्होंने बताया कि पूर्व नगर पार्षदों के आवास से बोर्ड किसअधिकारी के लिखित अथवा मौखिक आदेश से हटाए गए किसी के पास कोई जबाव नहीं है। यहां तक की सभी अधिकारी एक दूसरे के ऊपर बोर्ड हटवाने का जिम्मा डाल रहे हैं।पूर्व पार्षद ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री नायब सिंह को बताया कि पिछले कई वर्षों से नगर परिषद शहर के विभिन्न स्थानों से उतारे गए होर्डिंग्स, फ्लेक्स, साइन बोर्ड और होर्डिंग स्ट्रक्चर की भी मुख्यमंत्री उडऩदस्ता से जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि शहर से समय समय पर विभिन्न अभियानों के माध्यम से समान जब्त करती आ रही है। मगर पिछले कई वर्षों से इन जब्त किए गए सामान का क्या किया, किसी को आज तक जानकारी नहीं है। उन्होंने इस संबंध में आज तक जब्त किए गए सामान की मुख्यमंत्री उडऩदस्ते से जांच करवाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने जब्त किए गए सामान का रिकॉर्ड मेंटेन करने और तुरंत उसके ऑप्शन करवाने की मांग की है ताकि नगरपरिषद को राजस्व मिल सके।पूर्व पार्षद नीतू सोनी ने आरोप लगाया कि नगर परिषद प्रशासन जनता के गाढ़े खून पसीने कीकमाई को पानी की तरह बहा रही है। उन्होंने बताया कि नगरपरिषद प्रशासन की ओर से शहर के विकास के लिए करोड़ों रुपयों को खर्च करने के दावे किए जाते हैं मगर ये योजनाएं धरातल पर कहीं नजर नहीं आती, ऐसे में विकास कार्यों में धांधली की आशंका है। पूर्व पार्षद नीतू सोनी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सीएम हरियाणा से शहर में पूर्व नगर पार्षदों के आवास के आगे लाखों रुपए के साइन बोर्ड उखाडकऱ कबाड़ में डाले जाने की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने इस मामले में संलिप्त रहे अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी तुरंत एक्शन लेने की मांग की है। उन्होंने लिखा कि नए बने नगर पार्षदों के आवास के आगे इन बोर्डों को काम में लिया जा सकता था जिससे जनता के टैक्स रूपी पैसे को बचाया ज सकता था। मगर अधिकारियों की लापरवाही के चलते पूर्व नगर पार्षदों के मकान के आगे लगे बोर्ड को दुरुस्त करवाकर इसका सदुपयोग किया जा सकता था।




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