(सिरसा)फर्जी व्हाट्सएप पर फोटो लगाकर मदद कि गुहार लगा लोगों को ठग रहे हैं साइबर अपराधी, रहें सावधान: पुलिस अधीक्षक डबवाली

  • 13-May-24 12:00 AM

सिरसा 13 मई (आरएनएस)। पुलिस की अलग अलग टीमों द्वारा आमजन को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करने के लिए लगातार साइबर जागरूकता के अभियान चलाए जा रहे हैं। जिस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक डबवाली ने बताया कि साइबर क्राइम का एक नया तरीका जिसमे एक फेक व्हाट्सएप नंबर जारी कर उस पर व्यक्ति की आईडी बनाकर डीपी लगाकर व्यक्ति के संबंधियों को मैसेज करते है और पैसों की मांग करते है। इस प्रकार इस नए और व्हाट्सएप वाले तरीके से लोग जल्दी ही भरोसा कर लेते है और शिकार हो जाते है। यदि आपके साथ भी कभी ऐसा हो तो पैसा ट्रांसफर करने से पहले वास्तविक व्यक्ति को संपर्क कर ले। फ्राड व्यक्ति को जल्द ही ब्लॉक कर दें और इसकी सूचना साइबर क्राइम पुलिस को दें अंजान लिंक पर क्लिक नहीं करे उन्होंने बताया कि फेसबुक पर स्टेप टू वेरीफिकेशन का ऑप्शन ऑन रखें। इससे यदि कोई आईडी हैक करता है तो मोबाइल पर ओटीपी भेजा जाएगा। ओटीपी नहीं पता चलने की वजह से आईडी हैक नहीं हो सकेगी। फेसबुक संबंधी मोबाइल पर आने वाले अंजान लिंक पर क्लिक न करें। किसी अंजान व्यक्ति को मोबाइल पर आने वाला ओटीपी नहीं बताएं।। सावधान रहें सतर्क रहें साइबर मीडिया के जितने फायदे है उतने ही इसके दुरुपयोग होने के खतरे है। इसका उपयोग सुरक्षित ढंग से करें।आपके किसी परिचित का प्रोफाइल फोटो लगाकर अगर आपसे कोई पैसे की डिमांड करता है तो आप तुरंत सतर्क हो जाइए क्योंकि कोई भी व्यक्ति संकट के समय मैसेज भेज कर मदद नहीं मांगेगा।व्हाट्सएप के सेटिंग में कई सुरक्षा की प्रणालियां है उन सभी को गौर से पढ़ें और उन्हीं सभी सेटिंग को अपने व्हाट्सएप में लागू करें। व्हाट्सएप पर अपने प्रोफाइल फोटो को सुरक्षित करके रखें ताकि उसे कोई चुरा ना सके या फिर जो लोग आपके फोन लिस्ट में हैं वही सिर्फ आपका प्रोफाइल फोटो देख सकें। आपका व्हाट्सएप अकाउंट हैक हुआ है तो आपको तुरंत ही अपना व्हाट्सएप रिसेट करना है। इसके बाद आपको व्हाट्सएप में दोबारा पहले जैसे ही लागिन करना पड़ेगा उसके बाद आपके अकाउंट पर ओटीपी आएगा और अपराधी द्वारा हैक किया हुआ अकाउंट लाग आउट हो जाएगा। यह प्रक्रिया आपको जल्द से जल्द करनी है। सबसे पहले आपको यह ध्यान रखना है कि व्हाट्सएप बिना आपकी अनुमति कोई भी ओटीपी नहीं भेजता है। ऐसा कोई भी ओटीपी आता है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। व्हाट्सएप पर जालसाज आपके करीबी बनकर ही आपसे लूट कर सकते हैं। आपसे कोई भी करीबी बनकर मदद मांग रहा है तो सबसे पहले उसे काल कीजिए और किसी भी ओटीपी की जानकारी उसे न दे। आपको सुरक्षा को बढ़ाने के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन विकल्प ऑन करना चाहिए। ऐसे में हैकर्स को रोका जा सकता है। अगर साइबर धोखाधड़ी के शिकार हो जाते हैं तो द्धह्लह्लश्चह्य://ष्4ड्ढद्गह्म्- ष्ह्म्द्बद्वद्ग.द्दश1.द्बठ्ठ/ पर शिकायत दर्ज कराएं साथ ही ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर तुरंत टोल फी नंबर 1930 / 112 पर तुरंत शिकायत दे।




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