(सिरसा)बधिर लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए सांकेतिक भाषा सीखनी चाहिए: डा. भारती
- 26-Sep-24 12:00 AM
- 0
- 0
सिरसा 26 सितंबर (आरएनएस)। सिविल सर्जन सिरसा डा. महेन्द्र कुमार भादू के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग सिरसा द्वारा राष्ट्रीय कार्यक्रम बधिरता की रोकथाम एवं नियंत्रण कार्यक्रम (एनपीपीसीडी) के तहत 23 सितंबर से 29 सितंबर तक विश्व बधिर सप्ताह मनाया जा रहा है, जिसमें विभिन्न संस्थानों पर गतिविधियां की जा रही है, जिसमें आमजन को बधिर लोगों से बात करने के लिए सांकेतिक भाषा के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में डा. विपुल गुप्ता, उपसिविल सर्जन (एनपीपीसीडी) सिरसा ने बताया कि भाई कन्हैया शिक्षा संस्थान, मोरीवाला में बच्चों के कानों की जांच डा. श्वेता डूडी व डा. पंकज गोयल, कान, नाक, गला रोग विशेषज्ञ, नागरिक अस्पताल सिरसा द्वारा की गई एवं वहां पर आए अभिभावकों एवं स्टाफ सदस्यों को सांकेतिक भाषा के बारे में जागरूक किया गया। वीरवार को एएनएम प्रशिक्षण स्कूल नागरिक अस्पताल सिरसा में बच्चों को साइन लैंग्वेज के बारे में पढ़ाया गया और उनको बधिर लोगों से वार्तालाप करने के लिए कुछ बेसिक साइन लैंग्वेज के शब्दों को सिखाया गया। जिला नागरिक अस्पताल सिरसा एवं आर के जे वेलफेयर सेंटर द्वारा बधिर बच्चों से सभी स्टाफ को मिलवाया गया। इस दौरान मौके पर मौजूद निदेशक स्वस्थ्य सेवाएं हरियाणा डा. रत्ना भारती ने भी उन बच्चों से मुलाकात की एवं सांकेतिक भाषा का उपयोग करते हुए सभी स्टाफ को बधिर बच्चों के बात करने के तरीके से अवगत करवाया। उन्होंने आमजन से अपील की कि हम सभी को मिलकर बधिर लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए सांकेतिक भाषा सीखनी चाहिए।
Related Articles
Comments
- No Comments...