(सिरसा)मंडियों में से गेंहू व सरसों का उठान ना होने से आढ़ती व किसानों में बड़ी भारी नाराजगी है- बजरंग गर्ग

  • 01-May-24 12:00 AM

-मुख्यमंत्री के 72 घंटे में अनाज खरीद, उठान व भुगतान के सभी दावे पूरी तरह से फेल सिद्ध हुए हैं- बजरंग गर्गसिरसा 1 मई (आरएनएस)। हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कांन्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने सिरसा अनाज मंडी में अनाज खरीद का जायजा लेने के उपरांत व्यापारी प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा की अनाज मंडियों में लगभग 66.50 लाख मैट्रिक टन गेहूं आ चुका है जिसमें से लगभग 37 लाख मैट्रिक टन गेहूं का उठान मंडियों से नहीं हुआ है। जिसके कारण पिछले 25 दिनों से हरियाणा की सभी अनाज मंडियां सरसों व गेहूं से भरी पड़ी है। मुख्यमंत्री के 72 घंटे में अनाज खरीद, उठान व भुगतान के सभी दावे पूरी तरह से फेल सिद्ध हुए हैं। कई बार बारिश होने के कारण सरसों व गेहूं भीगने से लाखों क्विंटल सरसों व गेहूं खराब हो चुका है जिससे किसान में आढ़तियों में सरकार के प्रति भारी नाराजगी है। मौसम विभाग द्वारा फिर से बारिश बताई जा रही है अगर हरियाणा में फिर से बारिश आ जाती है तो हरियाणा की खुले में पड़ा लाखों क्विंटल सरसों व लगभग 37 लाख मीट्रिक टन गेहूं खराब हो जाएगा। जिसका जिम्मेवार या तो सरकारी एजेंसियां हैं या ठेकेदार हैं जबकि इसका नुकसान गेहूं व सरसों भीगने से किसान को होगा और अनाज उठान में देरी के कारण घटती आएगी व मंडी के आढ़तियों से काटी जाती है, जो सरासर गलत है। अनाज उठान में देरी के कारण जो घटती आती है, उसकी भरपाई आढ़तियों से ना करके सरकारी खरीद एजेंसियों के अधिकारियों व ठेकेदारों से करनी चाहिए और खुले में पड़ा अनाज खराब होने से किसानों का जो नुकसान हुआ है उसका मुआवजा तुरंत प्रभाव से सरकार को देना चाहिए। बजरंग गर्ग ने कहा कि भाजपा सरकार किसान, मजदूर व व्यापारी विरोधी सरकार है। इस सरकार में आढ़तियों को आढ़त नहीं मिलती, किसानों को फसल के पूरे दाम व पल्लेदारों को मजदूरी नहीं मिलती है। यह सरकार केवल बड़े-बड़े घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए पोर्टल जैसे नए-नए हथकंडे अपना रही है। सरकार का पोर्टल पूरी तरह से फेल सिद्ध हुआ हैं। पोर्टल से ना किसान खुश है ना आढ़ती फिर भी इसको जबरदस्ती किसान व आढ़ती पर थोपा जा रहा है।




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