(सिरसा)सतगुरु की संगत से मिलता है मनुष्य को हर सुखरू रघुबीर महाराज
- 13-Oct-25 12:00 AM
- 0
- 0
सिरसा 13 अक्टूबर (आरएनएस)। प्रभु रामलाल नर सेवा नारायण सेवा योग ट्रस्ट सिरसा भवन नंबर 2266 सेक्टर.20 पार्ट.3 में योग गुरु रघुबीर महाराज ने अपने सम्बोधन में फरमाया कि सतगुरु सर्वसुख देने वाला है। उनकी संगत करने से मनुष्य को हर प्रकार का सुख प्राप्त होता है। मनुष्य को धर्मए अर्थए कामए मोक्ष चारों पदार्थ मिलते हंैए जिसके बारे भी गुरु ग्रन्थ साहिब में सत्य ही फरमाया है कि सतगुरु सर्वसुखों का दाता हैए उनकी शरणी पाईये। उनके पावन दर्शन करने से दुखों का नाश होता है। परम आनन्द की प्राप्ति होती हैं। इस सम्बन्ध में जगत गुरु स्वामी देवीदयाल महाराज फरमाते हैं कि ये तन विष की बेलड़ीए गुरु अमृत की खानए शीश दीये सतगुरू मिलेए तो भी सस्ता मान। मनुष्य का तन अर्थात प्रत्येक नर.नारी का तन अज्ञानता के कारण कामए क्रोधए लोभए मोह अहंकार आदि विष से भरा है। ये बुराईयां उसे अज्ञान.अन्धकार की ओर घसीटें जा रही हैं। ये अवगुण ही उसके मरण का कारण हैं। परन्तु सतगुरु का जीवन अमृत से भरा हैए उनका जीवन ईश्वरीय गुणोंए संतए सन्तोखए दयाए धर्म वैराग्यए विवेक से भरा है। ऐसे सतगुरु को शीश देने पर भी यदि ज्ञान मिलता हैए अज्ञान अन्धकार दूर होता है तो भी बहुत सस्ता है। गुरु की शरण बिना ज्ञान को प्राप्त करना असम्भव है। रघुवीर महाराज ने आगे फरमाया कि देवों के देव शंकर भगवान भी फरमाते हंै कि गुरु बिन ज्ञान कभी नहीं होतेए गुरु बिन मूर्ख प्राणी रोवे। गुरू के बिना मनुष्य अज्ञान.अन्धकार में भटकता रहता है। पदार्थए धनए नारी से कभी भी दुरूख दूर नहीं होते। अज्ञानता के कारण कभी किसी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता। कहीं जमीं तो कहीं आसमा नहीं मिलता। सतगुरु शरण सर्व सुखों को देने वाली है और जन्म मरण से छुटकारा दिलाती है। इस पवित्र मौके पर पृथ्वी सिंह बैनीवालए नरेश छाबड़ाए अरुण चौधरीए भारत भूषणए भाल सिंहए जामीतए पुष्करए राज चावलाए स्वर्णाए सुमन रानियांए साधुराम मौजूद थे।सिरसाए 13 अक्टूबर।फोटोरू09
Related Articles
Comments
- No Comments...