(सिरसा)5 सितम्बर 2025 शिक्षक दिवसÓ पर विशेष

  • 04-Sep-25 12:00 AM

शारीरिक शिक्षा शिक्षक देव कम्बोज का नाम शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीयसिरसा, 04 सितंबर (आरएनएस)। खेलों की नर्सरी कहे जाने वाले एवं शिक्षा में गुणवता प्राप्त करने वाले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भरोखां (सिरसा) के शारीरिक शिक्षा शिक्षक देव कम्बोज का नाम शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय है। डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन, पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, स्वामी विवेकानंद, ज्योतिबा फुले, सावित्री बाई फुले, शहीद उधम सिंह, शहीद भगत सिंह के पदचिन्हों पर चलने की प्रेरणा एवं जिन्दगी में अनुशासन की पालना करने को शिक्षाप्रेमी देव कम्बोज हमेशा प्राथमिकता देते हैं। खेलों के क्षेत्र में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, भरोखां को दो गोल्ड मैडल व पांच सिल्वर मैडल दिलवाने के बाद स्कूल के सौन्दर्यकरण में अपने स्कूल को प्रथम पुरस्कार दिलाने में इनकी अहम् भूमिका निभाने के साथ सामाजिक कार्य, महिला सशक्तिकरण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं, बेटी के जन्म पर गृह प्रवेश उत्सव कार्यक्रम, पर्यावरण संरक्षण, नशे के खिलाफ कार्यक्रम, पौधारोपण तथा साामजिक कार्यों में हिस्सा लेना इनकी दिनचर्या बन चुका है। गांव मल्लेवाला में साधारण तथा गरीब परिवार में जन्मे देव कम्बोज अपने परिवार की शिक्षा के लिए गरीबी को अड़चन नहीं बनने दिया। अपने छोटे भाई व बहन को शिक्षा के लिए प्रेरित करके सरकारी नौकरी दिलवाना अपना बड़े भाई होने का धर्म निभाया। वर्ष 2025 में अपने स्कूल में एक सौ विद्यार्थियों का नामांकन बढ़ाना इनका उल्लेखनीय कार्य है। अपनी मिडल शिक्षा राजकीय उच्च विद्यालय बरूवाली-प्रथम में प्राप्त की और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भरोखां से बाहरवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद हरियाणा पुलिस में भर्ती हुए। शिक्षा के प्रति लगाव होने के कारण अपनी पुलिस की नौकरी से त्यागपत्र दे दिया और अध्यापन कार्य को चुनते हुए जे.सी.डी. मैमोरियल कॉलेज सिरसा में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्य किया। तीन विषयों में स्नातक, बी.ए., बी.एड, बी.पी.एड, करने के साथ-साथ 10 विषयों में स्नातकोत्तर एम0ए0 लोक प्रशासन, एम0ए0 राजनीति शास्त्र, एम0ए0 समाजशास्त्र, एम0ए0 दर्शन शास्त्र, एम0ए0 इतिहास, एमए हिन्दी, एम0ए0 पंजाबी, एम0ए0 मनोविज्ञान, एम0ए0 भगवत गीता अध्ययन, एम0फिल0 लोक प्रशासन में उत्तीर्ण करने के पश्चात् एक दर्जन शोध पत्रों के साथ-साथ ग्रामीण शिक्षा में सुधार करने पर अनेकों सैमिनार दे चुके हैं। हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा एवं राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा राजनीति शास्त्र, पंजाबी, शारीरिक शिक्षा विषयों में उत्तीर्ण कर चुके हैं। डा0 भीम राव अम्बेडकर के जीवन से प्रेरणा लेकर पी.एच.डी. के लिए शोध कार्य करना अपना सौभाग्य समझते हैं। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भरोखां के विद्यार्थी जीवन में सपना संजोया था कि वह इस विद्यालय में एक दिन अध्यापक बनकर विद्या मन्दिर की सेवा करेगा और इस स्कूल में अपने शिक्षा धर्म को अपनाते हुए स्कूल की सेवा कर रहा है।शिक्षक दिवसÓ पर उनका संदेश है कि एक किताब, एक बच्चा और एक शिक्षक दुनिया बदल सकता है। यदि विद्यार्थी अपने जीवन में कठिन परिश्रम करता है तो वह अपने लंक्ष्य को अवश्य प्राप्त करता है। शिक्षक के प्रति विद्यार्थियों का सम्मान उनके लक्ष्य हेतू प्रेरणादायक साबित होगा। आज स्कूल के विद्यार्थियों को नैतिकता शिक्षा देना अनिवार्य है। श्री देव कम्बोज अपने पूर्वजों के नाम गांव बरूवाली-प्रथम में पुस्तकालय बनाने के लिए प्रयासरत है जहां गांव के बच्चे अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी और शिक्षा का प्रकाश फैला सके।




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