(सीहोर)कलेक्टर ने की नगरीय निकायों में संचालित निर्माण कार्यों एवं वर्षा पूर्व तैयारियों की समीक्षा

  • 13-Jun-25 12:00 AM

सीहोर 13 जून (आरएनएस)। कलेक्टर बालागुरू के. ने बैठक आयोजित कर जिले की नगरीय निकायों में संचालित विभिन्न निर्माण कार्यो तथा वर्षा ऋतु के पूर्व निकायों द्वारा की गई तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर बालगुरू के. बड़े नाले नालियों की साफ सफाई की समीक्षा करते हुए नगर पालिका अधिकारियों एवं उप यंत्रियों को निर्देश दिए कि जिन नाले एवं नालियों की सफाई नही हुई है, उसे 02 दिवसों में पूर्ण कराएं। ताकि वर्षाकाल के दौरान जलभराव की स्थिति निर्मित न हो।बैठक में कलेक्टर बालागुरू के. ने निर्देश दिए कि वर्षाकाल से पहले ही उन सभी पुल-पुलिया को चिन्हित कर लिया जाए, जिन पर बारिश के दौरान पानी आ जाता है, ताकि सुरक्षा के उपाय किए जा सके। बैठक में जानकारी दी गई कि नगरीय निकायों द्वारा कुल 179 जर्जर भवनों को चिन्हित कर लिया गया है। कलेक्टर बालागुरू के. निर्देश दिए कि जर्जर भवनों के मालिकों को नोटिस जारी किए जाएं और अधिक जर्जर हो चुके भवनों को गिराने की कार्यवाही शीघ्रता से की जाए, ताकि वर्षाकाल के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने सभी नगरीय निकायों के अधिकारियों को निर्देश दिए? कि बाढ़ आपदा से राहत एवं बचाव की तैयारियों जल्द से जल्द पूर्ण कर ली जाएं।कलेक्टर बालागुरू के. ने नगरीय निकाय क्षेत्रों में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यो की समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना के भवन निर्माण, अमृत 2.0 योजना के तहत जलप्रदाय कार्य, आंगनबाडिय़ों के निर्माण कार्यों सहित सभी निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री आवास योजना प्रथम चरण के तहत 359 आवासों के निर्माण कार्य जो अभी तक प्रारंभ नही हुए है उन्हें प्रारंभ कराया जाए और जल्द से जल्द पूर्ण भी कराया जाए।उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना 2.0 के तहत नगर पालिका परिषद आष्टा, जावर, इछावर, भैरूंदा एवं बुधनी को शीघ्र ही पात्र हितग्राहियों की सूची अनुमोदन के लिए कलेक्टर कार्यालय में प्रेषित करने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण की समीक्षा के दौरान कलेक्टर बालागुरू के. ने जल्द से जल्?द भवनों का निर्माण कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने आगामी वर्षा ऋतु में किए जाने वाले पौधारोपण कार्यो की भी समीक्षा की। उन्होंने नगरीय निकायों को निर्देश दिए गए कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत सभी स्व सहायता समूहों को वृक्षारोपण के लिए जागरूक किया जाए और वृहद स्तर पर पौधारोपण का कार्य कराया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि पौधारोपण में ऐसे पौधे रोपे जाएं जाए जिनकी उंचाई 03 फीट या उससे अधिक हो ताकि उनका संरक्षण एवं बचाव आसान हो सके।




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