(सीहोर)दुर्घटनाओं को रोकने और यातायात को सुगम बनाने के लिए उठाएं प्रभावी कदम-कलेक्टर
- 07-Aug-25 12:00 AM
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सीहोर 7 अगस्त (आरएनएस)।कलेक्टर बालागुरू के. की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर बालागुरू के. ने संबंधित अधिकारियों से जिले में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने तथा यातायात को सुगम बनाने के संबंध में विस्तार से चर्चा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।बैठक में कलेक्टर बालागुरू के. ने निर्देश दिए कि वाहनों की ओवर स्पीडिंग रोकने के लिए हाईवे के टोल नाको के पास स्पीड राडार गन द्वारा वाहनों पर कार्यवाही की जाए। इसके साथ ही रोड़ निर्माण एजेंसी जिले की सभी सड़कों का सर्वे करें और यह सुनिश्चित करें कि सभी सड़कों पर संकेतक लगे हों और पुल एवं पुलिया क्षतिग्रस्त स्थिती में न हो। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले के सभी जलमग्नीय पुल एवं पुलियों पर वर्षा ऋतु के दौरान बैरिकेडिंग की जाए और संकेतक लगाए जाएं। इसके साथ ही निगरानी के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सीहोर नगर में अतिक्रमण वाले स्थानो पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की जाए ताकि यातायात संचालन में बाधा उत्पन्न न हो।कलेक्टर ने निर्देश दिए कि वाहन चालको के लिए नेत्र परीक्षण शिविर आयोजित किए जायें। उन्होंने कहा कि यातायात निमयों के बारे में नागरिकों को जागरूक किया जाए ताकि वे इन नियमों को समझते हुए इनका कढ़ाई से पालन कर सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि लापरवाही से वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के लाइसेंस निलंबित करने की कार्रवाई की जाए। बैठक में कलेक्टर बालागुरू के. ने निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए निरंतर वाहनों की चेकिंग की जाएं और चालानी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही वाहन चलाते समय हेलमेट लगाने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाएं और हेलमेट न लगाने पर चालानी कार्रवाई की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि पशुओं के रोड़ पर होने से वाहन दुर्घटनाओं को दृष्टिगत रखते पशुओं को सड़क से हटाकर गौशालाओं में छोड़ा जाए।कलेक्टर बालागुरू के. ने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की जान बचाने वाले व्यक्ति को पुरस्कृत किया जाए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के भूतल परिवहन मंत्रालय द्वारा सड़क दुर्घटनाओं को रोकने, दुर्घटना में घायलों की जान बचाने तथा शीघ्र उपचार उपलब्ध कराने के लिए राहवीर योजना संचालित की जा रही है। दुर्घटना में घायल होने के बाद घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति से पुलिस द्वारा पूछताछ नहीं की जायेगी। जान बचाने पर संबंधित व्यक्ति को 25 हजार रुपये का पुरस्कार कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति के निर्णय के पश्चात दिया जायेगा। बैठक में ईपीडब्ल्यूडी के बीएल अहिरवार, ईपीडब्ल्यूडी बुधनी के आरपी गुप्ता, आरटीओ रीतेश तिवारी, एमपीआरडीसी के एसडीओ संजीव जैन, यातायात पुलिस एसआई बृजमोहन धाकड़ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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