(सीहोर)नशे का प्रभाव परिवार और समाज पर पड़ता है, इससे दूर रहें-पंडित विनय मिश्रा

  • 02-Oct-23 12:00 AM

सीहोर।(आरएनएस)। सभी लोगों को अपने मन के विकारों एवं शरीर की निरोगता के लिए सभी प्रकार के नशे जैसे बीडी, तंबाकू, गुटखा, अफीम, चरस, शराब और भांग आदि का नशा करने से बचना चाहिए। किसी एक व्यक्ति की नशे की लत से परिवार और समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है इसलिए किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहना ही इसका सर्वोत्तम इलाज है। कुछ बीमारियों का इलाज ही बचाव है, जबकि कुछ बीमारियों से बचाव ही उनका इलाज है। नशे की आदत को छोडऩे के लिए पीडि़त को ऐसे लोगों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहिए, जो नशा ना करते हों। साथ ही सकारात्मक विचार रखते हों। उक्त विचार शहर के सैकड़ाखेड़ी स्थित संकल्प नशा मुक्ति केन्द्र में सोमवार को विठलेश सेवा समिति के तत्वाधान में जागरूकता अभियान के दौरान यहां पर मौजूद समिति के पंडित विनय मिश्रा ने कहे। उन्होंने कहा कि आज हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री और सत्य-अहिंसा के मार्ग पर चलने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जंयती है। इनके आदर्श और सिद्धांतों पर ही चलकर हम अच्छे वातावरण का निर्माण कर सकते है। इस मौके पर समिति की ओर से विशेष अतिथि के रूप में मौजूद पंडित समीर शुक्ला सहित अन्य ने यहां पर मौजूद दो दर्जन से अधिक वृद्धजनों को भोजन सामग्री का वितरण किया और केन्द्र के संचालक राहुल सिंह और प्रबंधक नटवर कुशवाहा का सम्मान किया।समिति के इंजीनियर सर्वेश्वर रांकावत ने कहा कि नशे की सामग्री व्यक्ति को पहले उत्तेजित करती है, लेकिन उसके पश्चात जैसे-जैसे आप उसकी गिरफ्त में आते जाते हैं, वो व्यक्ति को भीतर से नकारात्मक बनाती है। जिससे व्यक्ति के भीतर आत्मविश्वास कम होने लगता है, जीवन में निराशा का भाव आने लगता है। साथ ही चिड़चिड़ापन पैदा होता है, जो उसकी सफलता और जीवन के रोजमर्रा के कामों में बाधक बनता है। इसलिए अपने जीवन को स्वस्थ और मस्त रखना है तो नशे से दूर रहना होगा। कार्यक्रम के दौरान समिति के मनोज दीक्षित मामा, शिवम मिश्रा, सतीश सेन, भूपेन्द्र शर्मा आदि शामिल थे।




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