(सुकमा )बाल विवाह रोकना ही नहीं, बच्चियों को शिक्षा और सुरक्षित भविष्य देना भी जरूरी- सोरी

  • 20-Sep-25 12:42 PM

बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान

बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान समाज की साझा जिम्मेदारी है – सोरी
जिला प्रशासन की पहल से विशेष प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन
  सुकमा 20 सितबंर (आरएनएस )। जिला प्रशासन सुकमा समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य को सुरक्षित करने के लिए निरंतर ठोस कदम उठा रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित शबरी ऑडिटोरियम में बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ विषय पर प्रशिक्षण सह कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम कलेक्टर  देवेश कुमार ध्रुव के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ, जिसने न केवल सामाजिक जागरूकता को नई दिशा दी बल्कि पोषण, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को भी केंद्र में रखा।कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रतिभागियों को बाल विवाह की रोकथाम, उसके दुष्प्रभाव और समाज पर पडऩे वाले दीर्घकालीन असर के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। इसके साथ ही पोषण माह के अंतर्गत एक सेल्फी जोन भी तैयार किया गया, ताकि लोग स्वस्थ जीवनशैली और पोषण के महत्व को आत्मसात कर सकें। कार्यक्रम की स्मृति को स्थायी बनाने के लिए अतिथियों से पोस्टर पर हस्ताक्षर भी लिए गए।महिला आयोग की सदस्य दीपिका सोरी ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य केवल बाल विवाह रोकना ही नहीं है, बल्कि बच्चियों को सुरक्षित वातावरण, बेहतर पोषण, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अपने सपनों को पूरा करने का अवसर देना भी है। एक शिक्षित और सशक्त बच्ची ही कल का मजबूत समाज और प्रगतिशील छत्तीसगढ़ बनाएगी। मैं विश्वास दिलाती हूँ कि महिला आयोग इस मुहिम में जिला प्रशासन और समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा, ताकि 'बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़Ó का सपना जल्द ही साकार हो सके। इस अवसर पर उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों ने कार्यशाला को संबोधित कर बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के बारे में अपने अनुभव साझा किए। उल्लेखनीय है कि "बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान" की शुरुआत 10 मार्च 2024 से की गई थी, जिसका उद्देश्य है समाज में व्यापक जागरूकता फैलाना, समुदाय को बाल विवाह की रोकथाम में सक्रिय करना तथा किशोरी बालिकाओं के सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य को सुनिश्चित करना। इसी दिशा में जिला प्रशासन सुकमा द्वारा यह विशेष प्रशिक्षण एवं कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम में घरेलू हिंसा, बालिका संरक्षण, डिजिटल साक्षरता, महिला सशक्तिकरण, किशोरी बालिकाओं की शिक्षा, स्वच्छता अभियान एवं पूरक पोषण आगार जैसे विषयों पर गहन चर्चा की गई। इसके साथ ही कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों को बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने के लिए शपथ दिलाया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष मंगम्मा सोयम, उपाध्यक्ष महेश कुंजाम, जनपद पंचायत अध्यक्ष सुकमा संतोष इड़ो, जनपद पंचायत अध्यक्ष छिंदगढ़ देवली बाई, नगर पालिका उपाध्यक्ष भुवनेश्वरी यादव, जिला पंचायत सदस्य हुंगाराम मरकाम, संजना नेगी, गीता कवासी, माड़े बारसे, जिला कार्यक्रम अधिकारी शिवदास नेताम, जिला बाल संरक्षण अधिकारी जितेंद्र सिंह, डीएसपी मोनिका श्याम, महिला थाना प्रभारी पद्मा जगत, जनप्रतिनिधि, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सुपरवाईजर, सरपंच-सचिव एवं आम नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।




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