(सुलतानपुर)महिला शिक्षा एवं अधिकार शीर्षक पर एक्सटेंशन एक्टिविटी का आयोजन

  • 08-Oct-24 12:00 AM

सुल्तानपुर 8 अक्टूबर (आरएनएस )। कमला नेहरू भौतिक एवं सामाजिक विज्ञान संस्थान (स्वायत्तशासी) में आज अंग्रेजी विभाग द्वारा महिला शिक्षा एवं अधिकार शीर्षक पर एक एक्सटेंशन एक्टिविटी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के लिए रतनपुर निषाद बस्ती का चयन किया गया। बारह बजे दोपहर में छात्र एवं छात्राये केंद्रीय पुस्तकालय के सामने पोस्टर-बैनर के साथ एकत्र हुए। कार्यक्रम स्थल पर विभागाध्यक्ष प्रो विजय प्रताप सिंह ने कार्यक्रम शीर्षक पर बस्ती की महिलाओं को संबोधित किया। छात्र एवं छात्राओं ने भी उक्त विषय पर लोगों को जागरूक किया एवं बताया कि समाज में महिलाओ पर होने वाले अत्याचार के लिए उनकी अशिक्षा ही उत्तरदायी है। यदि वे शिक्षित होंगी तो अपने अधिकारों के प्रति भी सजग होंगी। उक्त कार्यक्रम, विभाग की डॉक्टर सुनीता राय, डॉक्टर रत्नेश बरनवाल, डॉक्टर राज कुमार मिश्र एवं फरीद अहमद के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में सक्रिय भूमिका निभाने वाले छात्र एवं छात्राओं में प्रांजल, सचिन, सौरभ, उज़्मा, प्रज्ञा, एकता, निहारिका, आकस्मिका, रागिनी, साक्षी इत्यादि रहे। कार्यक्रम उत्साहवर्धक एवं सफल रहा।पुलिस का सम्पत्ति और खेतों पर कब्जा कराने का मामला पहुँचा राज्य महिला आयोगसगी बहनों ने कुड़वार पुलिस और विपक्षी पर लगाया था आरोप:सुल्तानपुर(आरएनएस )। एक तरफ बीजेपी की योगी सरकार महिलाओं से जुड़े अपराध पर फिक्रमंद है तो वही सुल्तानपुर में पीडि़ताओं की आवाज़ को अनसुना किया जा रहा है। मामला कुड़वार थानाक्षेत्र की ग्राम पूरे चेरी मिश्र मजरे भण्डरा परसरामपुर निवासी दीप्ति, शोभा पुत्रीगण परशुराम मिश्र ने राज्य महिला आयोग को भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि उनके पिता के कोई पुत्र सन्तान नहीं है। प्रार्थिनीगण ही पितामह की सम्पर्ण चल अचल सम्पत्ति की उत्तराधिकारी काबिज दखील है और राजस्व अभिलेखो खतौनी में प्रार्थिनीगण का नाम स्वामी भूमिधर के रूप में अंकित है। प्रार्थिनीगण अपने मायके तथा ससुराल में आवश्यकतानुसार रहती है। प्रार्थिनी शोभा अपने पति के साथ दिल्ली में भी रहती है। प्रार्थिनीगण बीते नौ जून को अपने पैतृक खेतो की जुताई करवाकर लौट रही थी कि तभी रास्ते में प्रार्थिनी के गांव के पट्टीदार आत्माराम मिश्र सुत स्व0 भवानीफेर मिश्र व सनकी पत्नी दयावन्ती पार्थिनीगण को रास्ते में रोककर गाली गलौज व अभद्र भाषा का प्रयोग किया और धमकी दिया कि दोबारा तुम लोग गांव में दिखायी पडे तो जान से मार देगे। यह भी धमकी मिली कि दुबारा खेतो की जोताई बोआई करोगे तो खेत में घुसने पर पैर काट लेंगे। उक्त घटना की सूचना उसी दिन स्थानीय थाना कुडवार में दिया गया जिस पर स्थानीय पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गयी। प्रार्थिनीगण काफी भयभीत है।प्रार्थिनीगण उक्त घटना से परेशान होकर एसपी से भी मिलकर प्रार्थना पत्र दिया । किन्तु पुलिस अधिकारी स्तर से आज तक कोई कार्यवाही नही हुई।पीडि़त बहनों ने आरोप लगाया कि आत्माराम रिटायर्ड उप कोषाधिकारी है। जिनके पास अकूत पैसा है। मुझे आशंका है कि स्थानीय पुलिस मुझे और मेरी बहन को कमजोर समझकर जबरन सम्पत्ति और खेत पर विपक्षी कब्जा कर रहे हैं। आज पीडि़त बहनों को बयान देने के लिए सिओ सिटी के दफ्तर बुलाया गया है।बताते चलेगी इसके पहले भी सस्पेंड दरोगा चन्द्र प्रकाश शुक्ला ने अपने हल्के में एक पीडि़त की गेहूं को गुपचुप रात में मशीन द्वारा कटवा दिया था। जब थाने पर रात में मामला पहुंचा तो थाना अध्यक्ष अरुण कुमार द्विवेदी के समय यह तय हुआ कि राजस्व की टीम पैमाइश करके तय करेगी की खेत किसका है। जबकि रात में ही जांच में पीडि़त के पक्ष में रिपोर्ट डायल 112के कर्मियों ने मौखिक बताया था कि ज्यादत्ति हुई है। पीडि़त डीएम की चौखट पर पहुँचा। जिलाधिकारी के निर्देश पर पैमाइश हुई और उसमें पीडि़त के पक्ष में रिपोर्ट आई। लेकिन एसओ अरुण कुमार द्विवेदी व हल्का दरोगा चंद्र प्रकाश शुक्ला (लहुरी सिंह पर हमले के मामले में सस्पेंड) ने विपक्षियों के खिलाफ मुकदमा नहीं दर्ज किया और हल्का दरोगा श्री शुक्ला पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। ना ही पीडि़त का कटा हुआ गेहूं लौटाया गया। आज यदि जिलाधिकारी के निर्देश पर उक्त खेत की पैमाइश ना होती तो शायद लोग पुलिस को ही सही पीडि़त को गलत मानती।




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