(सोनभद्र)डाकू से महाकाव्य के रचयिता बने महर्षि वाल्मीकि-अजीत रावत
- 07-Oct-25 12:00 AM
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0 आरएसएम इंटर कॉलेज में मनाया गया महर्षि वाल्मीकि जयंती सोनभद्र 7 अक्टूबर (आरएनएस)। राबटर््सगंज नगर स्थित राजा शारदा महेश इंटरमीडिएट कॉलेज परिसर में मंगलवार को महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। अतिथियों द्वारा चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके जीवनवृत्त पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के आयोजक अनुसूचित मोर्चा काशी क्षेत्र के अध्यक्ष सदर ब्लाक प्रमुख अजीत रावत के नेतृत्व में कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस दौरान मौजूद पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक मिश्रा, डॉ0धर्मवीर तिवारी, अजीत चैबे आदि अतिथियों ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए बताया कि रामायण महाकाव्य की रचना से संबंधित कथा के अनुसार, एक बार एक शिकारी ने प्रेम में मग्न क्रौंच पक्षी की हत्या कर दी। इस पर वाल्मिकी जी ने उस शिकारी को यह श्राप दिया कि हे निषाद, तुम्हें कभी शांति न मिले, क्योंकि तुमने क्रौंच पक्षी के जोड़े में से एक को मार डालाÓ। यह श्राप ही रामायण का पहला श्लोक बना। तब ब्रह्मा जी प्रगट हुए और उन्होंने वाल्मीकि जी को काव्य के रूप में भगवान श्रीराम के संपूर्ण चरित्र की रचना के लिए प्रेरित किया। इस प्रकार महर्षि वाल्मीकि ने रामायण महाकाव्य की रचना की। कार्यक्रम के उपरांत मौजूद लोगों द्वारा सहभोज में प्रतिभाग किया गया। जिसमें बाल्मीकि जयंती पर आए सभी व्यक्तियों को प्रसाद खिलाकर उनके जीवन पर आधारित विचारों के अनुसार चलने को संकल्प दिलाया गया। इस मौके पर शहर अध्यक्ष विनय श्रीवास्तव, अनुपम त्रिपाठी, ध्रुव कांत द्विवेदी, आलोक रावत, अशोक भारती, संजय पासवान, संतोष भारती, आशा रावत, रजनीश रघुवंशी, सुनीता भारती आदि मौजूद रहे।
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