(हरदोई)किसानों के लिए खुशखबरी, अन्ना जानवरों से मिलेगी मुक्ति

  • 31-Oct-23 12:00 AM

गायों की नस्ल सुधार कर बढ़ाया जाएगा दूध उत्पादन, 500 से अधिक युवाओं को मिलेगी नौकरीहरदोई 31 अक्टूबर (आरएनएस)। यूपी में अन्ना जानवरों की समस्या से हर कोई परेशान है और इस समस्या का कोई स्थाई समाधान भले ही न दिखाई दे रहा हो लेकिन इसी बीच आम लोगों और खासकर हरदोई के किसानों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। हरदोई जिले के नीर गांव में गोल्ड सन साईन एग्रोटेक सर्विसेस प्रा0 लि0 एक यूनिट लगाने जा रही है जिसमे किसानों देशी नस्ल की गायों की नस्ल सुधार कर दूध उत्पादन बढ़ाने का काम किया जायेगा। इस यूनिट के लिए नीर गांव में सरकार द्वारा भूमि को भी आवंटित कर दिया गया है।गोल्ड सन साईन एग्रोटेक सर्विसेस प्रा0 लि0 के एमडी उज्जवल सिंह शैलेश ने प्रेसवार्ता में बताया कि वह उत्तराखंड सरकार में मंत्री रह चुके है और मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के मार्गदर्शन में वह उत्तर प्रदेश को श्वेत क्रांति की तरफ ले जा रहे है। श्री सिंह ने बताया कि उनकी कम्पनी पशुपालन व लाइव स्टॉक में एक अग्रेणी कंम्पनी है और वर्ष 2015 से कंम्पनी लाइव स्टॉक के उत्पादन का कार्य कर रही है।श्री सिंह ने आगे बताया कि उनकी कंम्पनी उत्तर प्रदेश में ब्रीडिंग व मिल्क प्रोसेसिंग के जरिये 61 व 205 करोड़ रूपये का निवेश किया जा रहा है जिसके जरिये जिला हरदोई में प्रथम चरण का कार्य नवम्बर माह से शुरू किया जा रहा है। हरदोई में लगने वाली कंपनी की यूनिट ने 3000 देसी नस्लो की गांयो का नस्ल सुधार व दुग्ध उत्पादन किया जायेगा। ऐसे छोटे किसान जिनकी आय का साधन मात्र पशु है। किसानों के पशुओं की नस्ल सुधार करके दुग्ध उत्पादन को बढ़ाया जायेगा और इस यूनिट में जिले के 500 लोगो को रोजगार दिया जाऐगा जिसके लिये कंम्पनी द्वारा 500 विभिन्न पदो पर 3 माह के भीतर चयन कर लिया जायेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा गांयो के संरक्षण हेतु कई योजनायें चलाई जा रही है जिससे प्रभावित होकर हमारी कम्पनी ने हरदोई में निराश्रित पशुओं के संरक्षण हेतु योजना तैयार की है जिसमें निराश्रित पशुओं का पुर्नवास के साथ नस्ल सुधार भी किया जायेगा। प्रथम चरण में 5000 निराश्रित गोंवशों को संरक्षण दिया जायेगा। कंम्पनी का उद्देश्य देसी नस्लो का सुधार करना और छोटे किसानो को देसी नस्लो के बारे में जागरूक करना है, यह योजना पुर्ण रूप से डिजिटलाईज है जिसमें पशुओं में आने वाली बिमारियों को एक सेनसर डिवॉस के जरिये पता लगाया जा सकेगा और उनके नस्ल सुधार हेतु अच्छी नस्ल का सीमेन ्रढ्ढ किया जायेगा। नस्ल सुधार के लिए सेंसर का उपयोग कर गर्भ अवस्था की निगरानी की जायेगी वपशुओं का व हेल्थ की भी निगरानी व डाटा भी रखा जा सकेगा। कृषि क्षेत्र में किसानो के लिए अपनी फसलो के बचाव हेतु डिजिटल डिवाईस द्वारा उनकी फसलो को बचाया जा सके जिससे छोटे किसानो के पशुओं में आने वाली बिमारियों का पुर्व ज्ञान व सही समय पर उनका ईलाज न होने के कारण पशुओं का अचानक मृत्यु हो जाती है, उसे बचाने के लिये ष्ठह्म्. ङ्घ (्रश्चश्च) नाम भी निर्वित किया है जोकि गुगल प्ले स्टोर से भी डाउनलोड किया जा सकता है जो किसानों को सही समय पर सही ईलाज मुहैया होगा जिससे छोटे किसानो को डिजिटल डेयरी के प्लेटफॉर्म पर लाया जा सकता है।श्री सिंह ने बताया कि इस यूनिट के लग जाने के बाद हरदोई के सिमित किसानो को अपनी दुग्ध की बिक्री के लिये भटकना नही पड़ेगा और डिजिटल डेयरी का उपयोग कर किसान अपने दुग्ध की बिक्री कर सकेगे। योजना के लिए राज्य सरकार द्वारा भूमि चिन्हित कर दी गई है जिसका जल्द ही भूमि पूजन सीएम योगी आदित्यनाथ करेगे।




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