(हरिद्वार)गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय से संबंधित भूमि को खुदबुर्द नहीं होने दिया जाएगा: प्रो0 सोमदेव शतांशु
- 07-Oct-23 12:00 AM
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हरिद्वार,07 अक्टूबर (आरएनएस)। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय से संबंधित भूमि को खुदबुर्द नहीं होने दिया जाएगा। गुरुकुल से संबंधित भूमि की हर कीमत पर रक्षा की जाएगी। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के अतिथि गृह के सभागार में पत्रकारों को संबांधित करते हुए यह विचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 सोमदेव शतांशु ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भू माफिया षडयंत्र रच विश्वविद्यालय की 144 बीघे भूमि को खुर्दबुर्द करने को जो कुचक्र रच रहे है। विश्वविद्यालय के कर्मचारी उनके मंसूबों को सफल नहीं होने देंगे।विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय की शुरूआत दान में मिली समाज से भूमि पर की गयी थी। विश्वविद्यालय की भू सम्पत्ति का एक बड़ा भाग देश व समाज की आम जनता द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जाने वाले कार्य के लिये दिया गया परन्तु कुछ भू माफिया इस भू सम्पत्ति को खुर्दबुर्द करने के लिये लम्बे समय से कुचक्र रच रहे हैं। परन्तु स्थानीय जनता व विश्वविद्यालय कर्मचारियों तथा मीडिया के सहयोग के चलते वह इस प्रयास में सफल नहीं हो पाये हैं। आने वाले समय में भी उनके इन प्रयासों को सफल नहीं होने दिया जायेगा।इस अवसर पर प्रेस को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय बचाओ संघर्ष के अध्यक्ष प्रो0 श्रवण कुमार शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय की स्थापना के उपरान्त इसके संस्थापक स्वामी श्रद्धानन्द महाराज ने विश्वविद्यालय की भू संपत्ति के संरक्षण का अधिकार उक्त भूमि पर शिक्षण कार्य संचालित कि जाने हेतु आर्य प्रतिनिधि सभा पंजाब को दिया था। समयोपरान्त पंजाब सभा का त्रिशाखन होने के चलते आर्य प्रतिनिधि सभा पंजाब, हरियाणा व दिल्ली ने विश्वविद्यालय की भू सम्पत्ति पर अपना प्रभुत्व दिखाते हुए, अपना अधिकार बताती है। जबकि विश्वविद्यालय के संचालन में इन तीनों सभाओं द्वारा विश्वविद्यालय की स्थापना काल से किसी भी प्रकार का कोई आर्थिक सहयोग कभी विश्वविद्यालय को नहीं किया है। विश्वविद्यालय 1962 से डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी के रूप में भारत सरकार से मान्यता प्राप्त होने के चलते शत प्रतिशत भारत सरकार के अनुदान से संचालित हो रहा है।विश्वविद्यालय बचाओ संघर्ष के संयोजक शशिकांत शर्मा ने कहा कि विश्वविद्यालय की सभी भू सम्पत्तियों की रक्षा हेतु विश्वविद्यालय के कर्मचारी व हरिद्वार की आम जनता पूर्व में भी एकमत से इसकी रक्षा के लिए संकल्पित रही है। वर्तमान परिस्थितियों में किसी भी स्थिति में विश्वविद्यालय की भूमि को खुर्दबुर्द नहीं होने दिया जाएगा।इस अवसर पर प्रो0 प्रभात कुमार, हेमंत कुमार आत्रेय, महावीर यादव, शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन के रजनीश भारद्वाज, महामंत्री नरेन्द्र मलिक, शत्रुघ्न झा, प्रमोद कुमार, दीपक वर्मा, उमाकान्त शर्मा उपस्थित रहे।
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