अखिलेश यादव का बयान: उत्तर प्रदेश में जंगली जानवरों और भेड़ियों का आतंक बढ़ा, सरकार गंभीर नहीं

  • 30-Sep-25 02:38 AM

लखनऊ, 30 Sep, (आरएनएस ) समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में जंगली जानवरों और भेड़ियों की समस्या को जानलेवा करार देते हुए कहा है कि सरकार केवल ऊपरी दिखावा कर रही है, जबकि जमीन पर प्रभावी कार्रवाई नहीं हो रही है। बहराइच समेत प्रदेश के अन्य जिलों में भेड़ियों और जंगली जानवरों के हमले लगातार हो रहे हैं, जिससे निर्दोष किसानों और ग्रामीणों की जानें जा रही हैं।
अखिलेश यादव ने सोमवार को बहराइच में हुए एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां एक किसान दंपत्ति पर भेड़िये ने हमला कर उन्हें मार डाला। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा बहराइच में भेड़ियों के हवाई सर्वेक्षण के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। उनका कहना था कि जितना खर्चा भेड़िया पर्यटन पर किया गया, यदि उतना जमीन पर समस्या के समाधान के लिए लगाया जाता, तो भेड़िया पकड़ लिया जाता और लोगों की जानें बचाई जा सकती थीं।उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि प्रदेश में कहीं भेड़िया, कहीं तेंदुआ, कहीं अजगर और कहीं सांड सहित अन्य जंगली जानवरों के हमलों से भय और दहशत का माहौल बना हुआ है। समाजवादी पार्टी लगातार जंगली जानवरों और छुट्टा सांडों की समस्या को उठा रही है और पीड़ित किसानों एवं ग्रामीणों की मदद कर रही है, लेकिन भाजपा सरकार इस संकट को गंभीरता से नहीं ले रही।अखिलेश यादव ने कहा कि जंगली जानवरों की दहशत के कारण किसान अपने खेतों में जाने से डर रहे हैं और खेती प्रभावित हो रही है। उन्होंने सरकार से मांग की कि केवल घोषणाओं के बजाय जमीन पर ठोस कार्रवाई की जाए और मृतकों के परिजनों को राहत प्रदान की जाए।पूर्व मुख्यमंत्री ने मानव-वन्य जीव संघर्ष के लिए भाजपा सरकार द्वारा अवैध कटाई की मिलीभगत को जिम्मेदार ठहराया। उनका कहना था कि जब जंगल में भोजन और आश्रय का संकट बढ़ेगा, तो जंगली जानवर हिंसक हो जाएंगे और इंसानी बस्तियों में प्रवेश करेंगे, जिससे प्राणघातक संघर्ष होंगे।अखिलेश यादव ने चेतावनी दी कि भाजपा सरकार के अंतिम चरण में छुट्टा पशुओं और हिंसक जानवरों की समस्या निर्णायक भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि 2027 में भाजपा की सत्ता जाने के बाद जनता स्वतः इन समस्याओं

से मुक्त हो जाएगी।




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