अभिषेक बनर्जी के फर्जी हस्ताक्षर कर 1 लाख रुपये से अधिक की वसूली पर टीएमसी पार्षद गिरफ्तार
- 14-Oct-25 03:22 AM
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कोलकाता/ घटाल 14 Oct, (Rns) । घाटल नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन और वर्तमान टीएमसी पार्षद बिभाष चंद्र घोष को स्थानीय पुलिस ने आज दोपहर गिरफ्तार कर लिया। उन पर अभिषेक बनर्जी के हस्ताक्षर वाले एक हाई-प्रोफाइल टीएमसी पत्र की जालसाजी करके एक खुलेआम जबरन वसूली का रैकेट चलाने का आरोप है, जिससे कथित तौर पर उन्हें स्थानीय लोगों से एक लाख रुपये से अधिक की वसूली की है। घोष ने सोशल मीडिया पर फर्जी दस्तावेज का प्रदर्शन करते हुए दावा किया कि इससे उन्हें पार्टी में एक बड़ा पद मिला है, लेकिन यह मामला व्यापक पुलिस जांच में खुल गया। जब कई पीड़ितों शिकायतें तो पुलिस ने अपना काम शुरु कर दिया। घाटल के इस 50 वर्षीय इस नेता पर जालसाजी और जबरन वसूली के गंभीर आरोप है। उक्त नेता को पुलिस ने जाल बिछाकर सादे कपड़ों में गिरफ्तारी की तो हड़कंप मच गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि बिभास चंद्र घोष ने उन्हें एक पत्र दिखाया और पदोन्नति के लिए पैसे की मांग की। लिखित शिकायत के बाद, पुलिस ने जांच शुरू की और बिभास को गिरफ्तार कर लिया गया। घाटल पुलिस घटना की जांच कर रहा है और गिरफ्तारी के बाद पुलिस विस्तृत जानकारी जुटा रही है। इस मामले को लेकर, स्थानीय तृणमूल नेतृत्व का कहना है कि अगर कोई पार्टी के नाम पर धोखाधड़ी करने की कोशिश करता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। कार्रवाई की जाएगी। अगर भ्रष्टाचार के कोई आरोप साबित होते हैं, तो कड़ी सजा दी जाएगी। इस बीच, ज़िला तृणमूल अध्यक्ष ने कहा कि बिभास घोष शायद किसी बुरे चक्रव्यूह में फंस गए हैं। स्वाभाविक रूप से, इस घटना को लेकर भाजपा भड़क गई है। भगवा खेमे के नेता सजल घोष ने व्यंग्य करते हुए एक बार फिर साबित कर दिया है कि तृणमूल का मतलब चोर है। घाटल के भाजपा विधायक का कहना है कि अगर सभी भ्रष्ट तृणमूल नेता जेल जाते हैं तो उन्हें खुशी होगी।
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