अमेरिका के नए टैरिफ नियम पर मचा बवाल, भारत के बाद ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस ने भी रोकीं डाक सेवाएं

  • 25-Aug-25 11:25 AM

न्यूयॉर्क ,25 अगस्त । अमेरिका के एक नए टैरिफ नियम को लेकर दुनिया भर के देशों में असमंजस की स्थिति बन गई है, जिसके चलते भारत के बाद कई बड़े यूरोपीय देशों ने अमेरिका के लिए अपनी डाक पार्सल सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। इन देशों में ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड और ऑस्ट्रिया जैसे देश शामिल हैं।
दरअसल, अमेरिका के पूर्व ट्रम्प प्रशासन ने इसी साल 30 जुलाई को एक आदेश जारी किया था, जिसके तहत विदेशों से आने वाले 800 डॉलर (लगभग 70 हजार रुपए) तक के सामान पर मिलने वाली टैरिफ छूट को खत्म कर दिया गया है। यह नया नियम 29 अगस्त से लागू होना है। हालांकि, इस नए टैरिफ को कैसे वसूला जाएगा और इसकी प्रक्रिया क्या होगी, इसे लेकर अमेरिका की ओर से कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है। इसी भ्रम की स्थिति के कारण दुनिया भर की डाक सेवाओं ने पार्सल भेजने पर रोक लगा दी है।
भारत के डाक विभाग ने 23 अगस्त को एक प्रेस नोट जारी कर जानकारी दी कि 25 अगस्त से अमेरिका के लिए भेजे जाने वाले अधिकांश डाक सामानों की बुकिंग अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दी जाएगी। संचार मंत्रालय के अनुसार, अमेरिका की ओर से टैरिफ लागू करने और उसे वसूलने की प्रक्रिया साफ नहीं होने के कारण यह फैसला लिया गया है। स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही सेवाओं को फिर से बहाल किया जाएगा।
यूरोप में भी अमेरिका के लिए पार्सल भेजने पर लगभग पूरी तरह से रोक लग गई है। यूरोपीय डाक संगठन 'पोस्ट यूरोपÓ ने इसका मुख्य कारण नए टैरिफ नियमों पर स्पष्टता का अभाव बताया है। जर्मनी की डॉयचे पोस्ट, ब्रिटेन की रॉयल मेल और इटली की डाक सेवाओं ने अमेरिका के लिए अपनी सेवाएं निलंबित कर दी हैं, जबकि ब्रिटेन ने तो अतिरिक्त शुल्क लगाने का भी ऐलान किया है। फ्रांस और नीदरलैंड ने भी टैरिफ वसूली की प्रक्रिया साफ न होने तक पार्सल भेजने से इनकार कर दिया है, जिससे यह एक महाद्वीपीय मुद्दा बन गया है।
00




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment