अमेरिका के प्रेस क्लब ने सैम पित्रोदा से सवाल पूछने वाले पत्रकार के साथ बदसलूकी की आलोचना की

  • 18-Sep-24 12:59 PM

वाशिंगटन ,18 सितंबर । अमेरिका के डलास में ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा से सवाल पूछने पर एक पत्रकार के साथ हुई बदसलूकी के मामले में देश के प्रेस क्लब ने कड़ी आपत्ति जताई है और घटना की निंदा की है।
अमेरिका के नेशनल प्रेस क्लब ने एक्स पर क्लब की अध्यक्ष एमिली विल्किंस का बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि राहुल गांधी की अगवानी के लिए डलास के एक होटल में सैम पित्रोदा के साथ मौजूद सुरक्षाकर्मियों को किसी सवाल पर आपत्ति जताने या पत्रकार के साथ बदसलूकी करने का कोई अधिकार नहीं था, क्योंकि इंटरव्यू पूर्व अनुमति के साथ बिल्कुल प्रोफेशनल तरीके से आयोजित किया जा रहा था।
विल्किंस ने कहा कि जांच में पता चला है कि पत्रकार रोहित शर्मा का मोबाइल छीनकर उसमें से रिकॉर्डिंग डिलीट कर दी गई थी। यह नेशनल प्रेस क्लब के सदस्य रोहित शर्मा के 'प्रथम संशोधनÓ अधिकारों का उल्लंघन है।
घटना राहुल गांधी के हाल में संपन्न अमेरिका दौरे के समय की है। बयान के अनुसार, शर्मा डलास हवाई अड्डे के पास एक होटल में राहुल गांधी के आगमन की प्रतीक्षा कर रहे थे। जब वह प्रतीक्षा कर रहे थे, शर्मा ने इंडिया ओवरसीज कांग्रेस (आईओसी) के अध्यक्ष सैम पित्रोदा का साक्षात्कार लिया। दोनों पहले भी मिल चुके थे और यह साक्षात्कार पेशेवर तरीके से रिकॉर्डिंग के लिए सहमति के साथ किया गया था।
बयान के अनुसार, आईओसी के कई सदस्य तथा श्री गांधी के अग्रिम स्टाफ के कई सदस्य साक्षात्कार सुन रहे थे। अंतिम प्रश्न पर, दर्शकों में से कुछ ने विषय वस्तु पर आपत्ति जताई तथा शर्मा पर चिल्लाते हुए उनका फोन छीन लिया और साक्षात्कार रोक दिया। समूह में राहुल गांधी के स्टाफ भी शामिल थे। उन्होंने शर्मा के फोन से फाइलें हटा दीं तथा उसे उनसे दूर रखा।
पित्रोदा, जो अचानक (राहुल) गांधी से मिलने के लिए हवाई अड्डे पर चले गये थे, ने बाद में शर्मा से माफी मांगी। उन्हें शर्मा के प्रश्न पर कोई आपत्ति नहीं थी तथा वह जाने से पहले उत्तर देने की प्रक्रिया में थे, तभी दर्शकों में आक्रोश फैल गया। बाद में अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने भी वाशिंगटन में प्रेस क्लब न्यूजमेकर्स कार्यक्रम में इसी प्रकार के एक प्रश्न का उत्तर दिया।
विल्किंस ने अपने बयान में कहा, सुरक्षा कर्मचारियों को पता होना चाहिए कि अमेरिका में काम करने वाले पत्रकारों को प्रथम संशोधन के तहत सुरक्षा प्राप्त है, चाहे साक्षात्कारकर्ता, रिपोर्टर या सुरक्षा दल की राष्ट्रीयता कुछ भी हो। यह श्री शर्मा और श्री पित्रोदा के बीच तय किए गए बुनियादी नियमों के साथ एक ऑन-द-रिकॉर्ड साक्षात्कार था। साक्षात्कार के कंटेंट या अवधि के बारे में सुरक्षा दल की कोई भूमिका नहीं थी। उनके पास शर्मा का फोन लेने या कंटेंट को हटाने का कोई अधिकार नहीं था।
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