अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर खुशखबरी, मूडीज ने भारत पर भरोसा जताया, -1स्थिर रेटिंग कायम

  • 30-Sep-25 08:03 AM

नई दिल्ली ,30  सितंबर । अमेरिका की प्रतिष्ठित रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने सोमवार को भारत की साख पर अपना भरोसा बनाए रखा है। एजेंसी ने भारत की लॉन्ग-टर्म लोकल और फॉरेन करेंसी इश्यूअर रेटिंग को 'क्चड्डड्ड3Ó पर बरकरार रखा है, साथ ही आउटलुक को 'स्थिरÓ बताया है।
आसान शब्दों में इसका मतलब यह है कि मूडीज का मानना है कि भारत के पास अपने घरेलू और विदेशी कर्जों को चुकाने की मजबूत क्षमता है। इसके अतिरिक्त, बिना किसी गारंटी के लिए गए कर्ज (सीनियर अनसिक्योर्ड रेटिंग) को चुकाने की भारत की ताकत को भी 'क्चड्डड्ड3Ó पर स्थिर रखा गया है।
मूडीज ने अपने बयान में कहा कि भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था, मजबूत बाहरी आर्थिक स्थिति और घरेलू वित्तीय आधार की मजबूती के कारण यह रेटिंग दी गई है। ये कारक सरकार को मौजूदा राजकोषीय घाटे से निपटने में मदद करते हैं।
एजेंसी ने यह भी कहा कि भारत की ये ताकतें उसे अमेरिका द्वारा लगाए गए उच्च टैरिफ या अन्य वैश्विक नीतियों जैसी बाहरी चुनौतियों से बचाने में सहायक हैं, जो भारत के विनिर्माण क्षेत्र में निवेश को प्रभावित कर सकती हैं।
हालांकि, रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि भारत पर कर्ज का ऊंचा बोझ एक दीर्घकालिक वित्तीय कमजोरी है। अच्छी जीडीपी वृद्धि और धीरे-धीरे राजकोषीय मजबूती के बावजूद, इस कर्ज के बोझ को कम होने में समय लगेगा। रिपोर्ट के अनुसार, निजी खपत को बढ़ावा देने जैसे हालिया कुछ वित्तीय कदमों ने सरकार के राजस्व आधार को कमजोर किया है।
इससे पहले, 14 अगस्त को एक और प्रमुख एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने भी भारत की सॉवरेन रेटिंग को 'क्चक्चक्च-' से बढ़ाकर 'क्चक्चक्चÓ कर दिया था।
इस बीच, एक अन्य सकारात्मक संकेत में, वैश्विक सलाहकार फर्म ईवाई (श्वङ्घ) ने अपनी 'इकोनॉमी वॉचÓ रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि का अनुमान 6.5त्न से बढ़ाकर 6.7त्न कर दिया है। यह वृद्धि जून तिमाही में 7.8त्न की मजबूत जीडीपी ग्रोथ और जीएसटी सुधारों के कारण मांग में सुधार को देखते हुए की गई है। हालांकि, वैश्विक चुनौतियां भारत के निर्यात को प्रभावित कर सकती हैं, फिर भी ईवाई को वित्त वर्ष 2026 में 6.7त्न की मजबूत वृद्धि की उम्मीद है।
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