अलवर में डकैती की दिल दहला देने वाली वारदात : बुजुर्ग दंपती की घुटन भरी रात

  • 21-Nov-24 07:29 AM

अलवर 21 Nov, (Rns) । शहर की शांत गलियों में बुधवार की रात तब खौफनाक बन गई, जब पांच नकाबपोश बदमाश एक निजी स्कूल मालिक के घर में घुस आए। ये कोई साधारण चोरी नहीं थी। ये थी एक सोची-समझी डकैती, जिसमें बदमाशों ने 80 वर्षीय हरीश चंद गर्ग और उनकी 75 वर्षीय पत्नी तारा देवी को बंधक बनाकर उन्हें मौत का खौफ महसूस कराया।

घटना आधी रात के बाद करीब डेढ़ बजे की है। स्कीम-1 स्थित मकान नंबर 217 के बेसमेंट का दरवाजा खुला था। यह दरवाजा बदमाशों के लिए उस नरक का प्रवेश द्वार बना, जो उन्होंने बुजुर्ग दंपती के लिए तैयार कर रखा था। घर के मालिक हरीश चंद गर्ग को उनके कमरे से बाहर निकलते ही दबोच लिया गया। उनके हाथ-पैर बांधकर मुंह पर टेप चिपका दिया। उन्हें एक अंधेरे कमरे में पटक दिया गया।

दूसरी तरफ, तारा देवी के कमरे में दो बदमाश पहुंचे। उन्होंने जब शोर मचाने की कोशिश की, तो उनके मुंह पर भी टेप लगा दिया गया। उनका हाथ पहले से फ्रैक्चर था, लेकिन बदमाशों को रहम कहां! उन्होंने उनके दोनों हाथों को पीछे की ओर कसकर बांध दिया।

बदमाश घर की हर अलमारी, हर कोने को खंगाल रहे थे। तिजोरी की चाबी की तलाश में उन्होंने तारा देवी को धमकाया। जब उन्होंने मना किया, तो खुद चाबी ढूंढ ली। तिजोरी में रखी नकदी, चांदी के सिक्के और सोने के जेवर लूट लिए। यहां तक कि शादी के लिफाफे और बच्चों की गुल्लक भी नहीं छोड़ी।

करीब तीन बजे के आसपास बदमाश घर से निकल गए। लेकिन जाते-जाते उन्होंने टॉर्च की रोशनी से यह देखने की जहमत उठाई कि कहीं हरीश चंद की सांसें तो नहीं थम रहीं। उन्होंने उनकी नाक से टेप थोड़ी सी हटाई, ताकि वे सांस ले सकें।

डकैतों के जाने के बाद तारा देवी ने अपनी हिम्मत जुटाई। पैरों को रगड़ते हुए रस्सियां खोलीं और कैंची से अपने मुंह का टेप काटा। इसके बाद अपने पति को आजाद किया।

पुलिस को बुलाया गया, जो आधे घंटे के भीतर मौके पर पहुंच गई। घर में लगे सीसीटीवी कैमरों में पांच नकाबपोश बदमाश साफ नजर आ रहे थे। पुलिस ने जांच में पाया कि बदमाश बेसमेंट से होते हुए घर में दाखिल हुए। बेसमेंट का दरवाजा खुला कैसे रहा, यह अब भी एक बड़ा सवाल है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि वारदात से एक दिन पहले कुछ संदिग्ध युवक बाइक पर इलाके में घूमते देखे गए थे। शायद यह बदमाशों की रैकी का हिस्सा था। इस वारदात के बाद कॉलोनी के लोग डरे हुए हैं।

ये घटना सिर्फ एक डकैती नहीं, बल्कि उन बुजुर्गों के जीवन पर एक गहरा आघात थी, जिनकी सांसें बदमाशों के रहम पर निर्भर थीं। पुलिस अब बदमाशों की तलाश में जुटी है, लेकिन इस वारदात ने सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।




Related Articles

Comments
  • No Comments...

Leave a Comment