
आजादी के बाद पहली बार कर्तव्य पथ पर मनाया गया दीपावली उत्सव
- 19-Oct-25 12:32 PM
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नई दिल्ली 19 Oct, (Rns): मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता के नेतृत्व में देश की राजधानी दिल्ली में एक नया इतिहास लिखा गया। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या की तरह देश की राजधानी में पहली बार कर्तव्य पथ आज दीपोत्सव का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का कहना है कि आज का दीपोत्सव केवल दीपों का उत्सव नहीं, बल्कि नई क्रांति की आहट है। दिल्ली एक नया इतिहास लिखने जा रही है, जहां आस्था और आधुनिकता का संगम अद्भुत रूप में सामने आया है। राजधानी ने यह दिखा दिया कि दिल्ली अब केवल शासन की राजधानी नहीं, बल्कि सांस्कृतिक चेतना की धड़कन भी है। श्रीराम के जीवन चरित का ड्रोन प्रदर्शन और दीपों का महासागर इस बात का प्रतीक है कि राजधानी दिल्ली अब सनातन परंपरा, देश की सांस्कृतिक समझ के साथ आगे बढ़ रही है। आजादी के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब कर्तव्य पथ पर सामूहिक रूप से दीपावली का आयोजन किया जा रहा है।
इस आयोजन में मुख्यमंत्री के साथ उनके मंत्रिमंडल के मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी तो साथ थे ही, दिल्ली के हजारों लोगों का जुड़ाव भी देखने को मिला। कर्तव्य पथ पर आयोजित इस दीपोत्सव में भव्य ड्रोन शो, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और रामायण थीम आधारित लाइट कार्यक्रम ने उपस्थित हजारों दर्शकों को अभिभूत कर दिया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी इस कार्यक्रम में भावविह्वल व श्रीराम की भक्ति से प्रेरित दिखीं। उन्होंने कहा कि वर्षों बाद दिल्ली का हृदय इस तरह दीपों की आभा से जगमगा उठा है। यह केवल रोशनी का उत्सव नहीं, बल्कि दिल्ली की नई ऊर्जा, नई उम्मीद और नई दिशा का प्रतीक है। इस बार की दिवाली दिल्ली के हर वर्ग तक पहुची है । मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से आज दिल्ली का प्रत्येक वर्ग लाभान्वित हो रहा है । उन्होंने कहा कि इस दिवाली बच्चों के चेहरों पर मुस्कान है, महिलाओं के घर में बचत है, युवाओं को नए अवसर हैं, बुजुर्गों को स्वास्थ्य का भरोसा है, और हर नागरिक को अपने शहर पर गर्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा संकल्प है कि प्रभु श्रीराम की कृपा से दिल्ली में रामराज्य की स्थापना हो, जहां हर नागरिक को समान अवसर, सुरक्षा और सम्मान मिले। दिल्ली की सरकार जनता की सरकार है, और हम जनता के सेवक हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार सीएम रेखा गुप्ता का यह भी कहना है कि कर्तव्य पथ पर आयोजित इस दीपोत्सव की सबसे विशेष बात यह रही कि पहली बार ड्रोन शो के माध्यम से भगवान श्रीराम के जीवन चरित को आकाश में प्रदर्शित किया गया। हजारों ड्रोन से सुसज्जित इस भव्य दृश्य ने रामायण की पवित्र गाथा को आधुनिक तकनीक के जरिये जीवंत कर दिया। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन आदर्शों का यह दृश्य न केवल श्रद्धालुओं को भावविभोर कर गया, बल्कि यह भी संदेश दिया कि भारत की परंपराएं समय के साथ आधुनिकता के संग समरसता से आगे बढ़ सकती हैं। मुख्यमंत्री का यह भी कहना था कि दीपावली विशेष पर्व है जो अंधकार पर प्रकाश, असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। त्रेतायुग में जब भगवान श्रीराम 14 वर्ष के वनवास के पश्चात अयोध्या लौटे, तब अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था। तभी से यह पर्व दीपों के माध्यम से उजियारे का प्रतीक बन गया। यह पर्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक है। परिवार, समाज और राष्ट्र के स्तर पर यह उत्सव हमें एक-दूसरे से जोड़ता है, और अंधकार को मिटाकर उम्मीद और सद्भाव के दीप जलाने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का यह आयोजन विशेष है। अब तक दीपोत्सव का भव्य आयोजन अयोध्या में देखने को मिलता था, लेकिन पहली बार दिल्ली ने भी उस गौरवमयी परंपरा को अपने आंगन में साकार किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि दिल्ली न केवल प्रशासनिक राजधानी रहे, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी भारत की आत्मा को प्रतिबिंबित करे। दीपावली का यह आयोजन दिल्ली को आध्यात्मिक चेतना और सांस्कृतिक गौरव की दिशा में एक नई पहचान देगा।
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