
एचआरडीएस इंडिया की एस एस स्नेहा ने एशियन चैंपियनशिप में जीता रजत पदक
- 31-May-25 02:17 AM
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टोक्यो विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए भी किया क्वालिफाई
अकैडमी को मिला पहला अंतरराष्ट्रीय पदक, 2036 ओलंपिक लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
नई दिल्ली / केरल , 31 मई (आरएनएस)। एचआरडीएस इंडिया स्पोर्ट्स अकैडमी ने अपनी प्रतिभावान एथलीट एस एस स्नेहा की एक ऐतिहासिक उपलब्धि की घोषणा की है। दक्षिण कोरिया में हाल ही में आयोजित एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 4x100 मीटर रिले स्पर्धा में स्नेहा ने रजत पदक जीतकर अकैडमी के लिए पहला अंतरराष्ट्रीय पदक हासिल किया है। यह सफलता न केवल स्नेहा की व्यक्तिगत मेहनत का नतीजा है, बल्कि अकैडमी की खेल प्रशिक्षण प्रणाली की प्रभावशीलता को भी दर्शाती है।
भारतीय महिला रिले टीम की प्रमुख सदस्य के रूप में स्नेहा ने अहम भूमिका निभाते हुए यह उपलब्धि हासिल की। उनका प्रदर्शन प्रतिबद्धता, अनुशासन और कठोर प्रशिक्षण का प्रतीक है, जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व करने योग्य बनाया।बयह पदक एचआरडीएस इंडिया के संस्थापक सचिव की दूरदर्शिता और प्रतिबद्धता का भी प्रमाण है, जो वर्षों से आदिवासी और वंचित समुदायों से आने वाली खेल प्रतिभाओं को अवसर और मंच देने का कार्य कर रहे हैं। अकैडमी का उद्देश्य इन युवाओं को पेशेवर स्तर की सुविधा और प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें 2036 ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतने योग्य बनाना है। स्नेहा की इस उपलब्धि के साथ ही उन्होंने टोक्यो, जापान में होने वाली आगामी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है। यह उनकी खेल यात्रा में एक अहम मोड़ है और एचआरडीएस इंडिया के प्रशिक्षण ढांचे की सफलता का प्रतीक भी । इस अवसर पर एचआरडीएस इंडिया के संस्थापक सचिव ने कहा कि "यह रजत पदक सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि हमारे उस मिशन की पुष्टि है, जिसके तहत हम भारत के दूरदराज़ इलाकों से उभरती खेल प्रतिभाओं को विश्व स्तर पर पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्नेहा की सफलता से यह स्पष्ट होता है कि सही दिशा, समर्थन और संसाधन मिलने पर कोई भी खिलाड़ी दुनिया के मंच पर चमक सकता है। एचआरडीएस इंडिया के कोच, स्टाफ और समर्थकों ने स्नेहा को इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी है। उनकी यात्रा, एक साधारण पृष्ठभूमि से लेकर अंतरराष्ट्रीय मंच तक, देश के युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बन गई है। यह सफलता इस बात की गवाही देती है कि कठिन परिश्रम और लगन से किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है।
अब जब स्नेहा विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप की तैयारी कर रही हैं, एचआरडीएस इंडिया यह सुनिश्चित करने में जुटा है कि उन्हें और अन्य खिलाड़ियों को सर्वोत्तम प्रशिक्षण, सुविधाएं और मार्गदर्शन मिलते रहें। अकैडमी का उद्देश्य भारतीय एथलेटिक्स को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाइयों तक ले जाना है।
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